रायपुर। आगामी विधानसभा चुनाव में जनता के मताधिकार की सुरक्षा, गोपनीयता एवं विश्वास बनाये रखने हेतु बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने भारत निर्वाचन आयोग के मुख्य चुनाव आयुक्त ओपी रावत को शुक्रवार को 4 बिन्दुओं पर सुझाव स्वरूप एक मांग पत्र सौंपा है। भारत निर्वाचन आयोग की टीम आज सुबह दो दिवसीय छग प्रवास पर पहुंची।
मुख्य चुनाव आयुक्त ओपी रावत के नेतृत्व में पहुंची आयोग की टीम ने आज सुबह करीब एक घंटे तक राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक कर चुनाव से संबंधित बिन्दुओं पर चर्चा की। इस चर्चा के दौरान बसपा ने श्री रावत को 4 बिन्दुओं पर मांग पत्र सौंपा जिसमें उनके द्वारा भारत में होने वाले सभी प्रकार के चुनाव जो कि भारत के चुनाव आयोग द्वारा संपन्न कराये जाते है वे मतपत्र द्वारा ही कराना सुनिश्चित कराने की मांग की।
दूसरी मांग में ईवीएम द्वारा ही चुनाव कराना आवश्यक हो तो इसमें वीवीपीएटी द्वारा निकली हुई पर्ची उसे जब तक मताधिकार प्रयोग करने वाला व्यक्ति अपने हाथों में लेकर तथा देखकर यह सुनिश्चित न कर ले कि उसके द्वारा दिया गया मत उसी चिन्ह पर अंकित हुआ है या नहीं जिस पर उसने मत डाला है। उसके बाद ही पर्ची को मतदाता मतपेटी में डाले। ईवीएम से मतदान को आधार से लिंक किया जाये ताकि फर्जी मतदान अथवा दुरूपयोग को रोका जा सके।
इसी प्रकार तीसरी मांग में बसपा ने कहा कि छग राज्य में शराब की बिक्री शासन द्वारा की जा रही है अंत: आचार संहिता के लगते ही शराब की बिक्री पर छग राज्य में पूरी तरह से प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए जिससे इसके दुष्प्रभाव को रोका जा सके। अंतिम व चौथी मांग में बसपा ने कहा कि पोलिंग बूथ 100 मीटर के बाहर लगने वाले राजनीतिक पार्टियों के बूथ का पंडाल का खर्चा प्रत्याशियों के खर्च में शामिल किया जाये।
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