रायपुर। राजधानी में सुबह से अनवरत जारी बारिश भी उन बहनों को अपने भाईयों को राखी बांधने से नहीं रोक पाई जिनके भाई रायपुर केन्द्रीय जेल में सजा काट रहे हैं। रायपुर केन्द्रीय जेल में बंदी भाईयों को राखी बांधने के लिए 600 से अधिक बहनों ने शनिवार तक अपना पंजीयन करा लिया था।
लेकिन कल रात से आज रूक-रूक कर हो रही हल्की व मध्यम बारिश के कारण यह संभावना जताया जा रहा था कि बंदी भाईयों को राखी बांधने के लिए आने वाली बहनों की संख्या कम होगी। लेकिन भाईयों और बहनों का अटूट बंधन ने रक्षा बंधन पर्व मनाने में बारिश भी बाधा उत्पन्न नहीं कर पाया। बारिश के बावजूद बहनें अलग-अलग साधनों से जेल पहुंच रही है और अपने भाईयों को राखी बांध रही है।
रक्षा बंधन पर्व को देखते हुए जेल में सुरक्षा का आज पुख्ता इंतजाम रहा। बारिश के बावजूद सुरक्षा में कोई कोताही नहीं बरती गई। बहनों को राखी और सिर्फ 100 ग्राम मिठाई के साथ ही जेल के अंदर प्रवेश करने दिया गया।
बारिश में भिगते कतार में लगी रही बहनें
एक ओर बहनें जहां बारिश की परवाह किये बगैर अपनी बंदी भाइयों को राखी बांधने के लिए सुबह से रायपुर केन्द्रीय जेल पहुंच रही है, वहीं दूसरी ओर जेल प्रशासन द्वारा इन बहनों को बारिश से बचाने के लिए कोई उचित व्यवस्था नहीं कर पाया है।
बारिश में भीगती हुई बहनें अपनी बारी के इंतजार में कतार में खड़ी हो रही है। जेल प्रशासन द्वारा जेल परिसर के बाहर बहनों के लिए पंडाल जरूर लगाया है लेकिन यह पंडाल वाटरप्रूफ नहीं होने के कारण बहनें बारिश में भीगते हुए कतार में लग रही है।
यह भी देखें : –“अखिलेश समाजवादी नहीं, नमाजवादी पार्टी के अध्यक्ष…आजम खान हमारे ही नहीं तुम्हारे घर में भी बहु-बेटियां… “
Add Comment