रायपुर। छत्तीसगढ़ सीएसआर लीडरशिप समिट एवं डिलीवर लीडरशिप अवार्ड समारोह में पहुंचे उद्योग जगत के लोगों को प्रदेश के कृषि एवं सिंचाई मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने संबोधित करते हुए कहा कि सीएसआर मद का कोई ठोस उपयोग दिखता नही है। चाहे तो समाज कल्याण में काफी बेहतर काम किये जा सकते है।
उन्होंने जिंदल का उदाहरण देते हुए कहा कि यहां बताया गया कि पिछले 10 सालों में जिंदल ने सीएसआर मद से राज्य में 300 करोड़ खर्च किया है। पर सीएसआर का उपयोग कहा कैसे हो रहा है यह समझना होगा। उन्होंने कहा कि सीएसआर (कार्पोरेट सोशल रिस्पांसबिल्टी) का कुछ बड़ा काम दिखना चाहिए। जिम्मेदारी के साथ एक गांव में अगर हर साल 1-1करोड़ भी खर्च कर दिए जाएं। व्यवस्थाएं ठीक कर दी जाए तो काम दिखेगा। इस मद से हम पिछड़े गांव को आत्मनिर्भर बनाये ऐसा कुछ करना होगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की अगुवाई में आज देश में स्वच्छता अभियान एक बड़े स्वरूप में चल रहा है। इस मे योगदान सुनिश्चित करते हुए कार्पोरेट जगत को नेशनल हाईवे -स्टेट हाईवे पर गांवों के नजदीक सार्वजनिक शौचालय निर्माण कराये।
उन्होंने कहा कि आज गांव का युवा शहर जा रहा है। उनके स्कील डेवलपमेंट के लिये प्रशिक्षण आदि की बेहतर व्यवस्था हो। किसान पुत्र कृषि से दूर न जाये इसके लिए भी उन्नत कृषि प्रशिक्षण आदि की व्यवस्था ग्रामीण क्षेत्रों में सीएसआर मद से किये जा सकते है। ठोस व्यवस्थाएं बनाकर उन्हें दी जा सकती है। उस बजट का उपयोग टुकड़ों में होता है तो काम दिखता नही है। छोटी जिम्मेदारी तो अन्य सामाजिक संस्थाएं भी निभा लेती है। कार्पोरेट संस्थाओं को बड़ा कुछ करना चाहिए ताकि उनका योगदान याद रखा जा सके।
उन्होंने बीएसपी, एनएमडीसी के कामों का भी जिक्र किया। इस दौरान उन्होंने उद्योग जगत के लोगों को सम्मानित किया। यह आयोजन इंडिया सीएसआर द्वारा एक निजी होटल में आयोजित था। इस अवसर पर औद्योगिक विकास निगम के अध्यक्ष छगन मूंदडा, लोकेश कावडिय़ा, रुसेन कुमार आदि उपस्थित थे।
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