महिला Executive Magistrate ने DC पर लगाए आरोप, कहा कर रहे हैं टॉर्चर, परेशान करने रात में लगाई ड्यूटी, करते हैं सार्वजनिक रुप से बेइज्जत, सोशल मीडिया में लेटर वायरल

नई दिल्ली। हजारीबाग अधिकारियों के बीच चल रहा विवाद सोशल मीडिया पर आ गया है। एग्जीक्यूटिव मजिस्ट्रेट दीपमाला ने सोशल मीडिया में पत्र लिखते हुए डीसी रविशंकर शुक्ल पर टॉर्चर करने का आरोप लगाया है।
दीपमाला का यह पत्र वाट्सएप पर वायरल हो रहा है। एग्जीक्यूटिव मजिस्ट्रेट ने इस सिलसिले में वरिष्ठ अधिकारियों से कोई शिकायत नहीं की है, लेकिन नौ पन्ने के वायरल लेटर के आधार पर कार्मिक विभाग के अपर मुख्य सचिव ने प्रमंडलीय आयुक्त से पूरे मामले पर रिपोर्ट मांगी है। एग्जीक्यूटिव मजिस्ट्रेट दीपमाला ने पत्र में आरोप लगाया है कि डीसी सार्वजनिक रूप से बेइज्जत करते हैं। एक साल से वह फीयर साइकोसिस में जी रही हैं। डीसी का ट्रांसफर होने पर लडृडू बाटेंगी।
वे आगे लिखती हैं जिले के बीडीओ-सीओ से बंधुआ मजदूरों की तरह काम लिया जाता है। प्रपत्र का तलवार लटका कर इनसे काम लिया जाता है। कई अपसरों की सैलरी पिछले 6 महीने से बंद है। दीपमाला ने आरोप लगाया है कि 19 अगस्त को दो दिन का स्पेशल लीव मांगा तो नहीं दिया गया। बदले में 20 अगस्त से पांच दिन तक ड्यूटी लगा दी गई।
उन्होंने आरोप लगाया कि झासा के अधिकारियों को डेरोगेट कर डीसी को सैडिस्टिक प्लेजर का अनुभव होता है। जानबूझकर रात में उनकी ड्यूटी लगाई, जहां महिला अधिकारी सुरक्षित नहीं महसूस कर सकती। ऐसे में अगर उनका रेप या हत्या हो जाए तो क्या डीसी इसकी जिम्मेवारी लेंगे।
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