
कोरबा। रिटायर्ड एसईसीएल कर्मी से पुत्र के नौकरी लगाने के नाम पर साढ़े 68 लाख की ठगी किये जाने का मामला उजागर हुआ है। मामले की रिपोर्ट बांकीमोंगरा थाना में दर्ज की गई है। पुलिस के मुताबिक मूलत: कोरिया जिला अंतर्गत ग्राम जुमईबेला हाल मुकाम बांकीमोंगरा थाना अंतर्गत घुड़देवा कालोनी निवासी वेलेस्फोट किंडो एसईसीएल सुराकछार परियोजना में इलेक्ट्रिकल फोरमेन के पद पर पदस्थ था जो वर्ष 2013 में रिटायर हुआ था। उसके पुत्र प्रदीप किंडो आईटीआई करने के बाद बेरोजगार था।
इसी बीच वेलेस्फोट को किसी परिचित ने बताया कि शंकर रजक वंदना पावर प्लांट के पास जमीन बेच रहा है। जिस जमीन को प्लांट द्वारा अधिग्रहित की जाएगी। इसके आधार पर परिवार के एक सदस्य की नौकरी वंदना पावर प्लांट में लगेगी। परिजन के बातों में आकर उसने शंकर रजक से संपर्क किया। शंकर रजक ने उसे झांसे में लेते हुए फर्जी रजिस्टार आफिसर व पटवारी के माध्यम से फर्जी ऋण पुस्तिका व उसके नाम पर जमीन रजिस्ट्री कर साढ़े 68 लाख रुपए वसूल लिए।
जब शंकर रजक के खिलाफ मामले खुलने लगे तो वेलेस्फोट को भी ठगी का एहसास हुआ। मामले में उसकी रिपोर्ट पर बांकीमोंगरा पुलिस ने शंकर रजक, पुत्र रवि रजक, अजय रजक, रतन रजक एवं सहयोगी सिद्धार्थ महंत के खिलाफ अपराध दर्ज किया है।
यह भी देखे – मॉडल युवती को बंधक बनाने वाले सिरफिरे आशिक का पुलिस ने निकाला जुलूस, लड़कियों ने बरसाए थप्पड़