सूर्या कॉलेज ऑफ नर्सिंग में जीएनएम छात्रों और परिजनों का हंगामा, फीस के नाम पर लूट का आरोप, पुलिस के पहुंचने पर कॉलेज प्रबंधन ने मांगा दो दिन का समय

राजेश्वर तिवारी, जांजगीर चांपा। सूर्या कॉलेज ऑफ नर्सिंग में पढ़ रहे जीएनएम के छात्राओं व परिजनों ने फीस के नाम पर लूट करने का आरोप लगाया है। इस दौरान कॉलेज प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। इसकी जानकारी मिलते ही कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची और संस्थान के संचालक डॉ. पी जैरानी से बात कर मामले की छानबीन की। संचालक ने पुलिस को देख कर कहा कि जो भी समस्या होगा उनका निराकरण दो दिनों के अंदर हो जाएगा।
जिला मुख्यालय जांजगीर में अकलतरा रोड गट्टानी स्कूल के सामने संचालित सूर्या कॉलेज ऑफ नर्सिंग में लगभग 55 छात्राएं जीएनएम का कोर्स कर रही थी, जिसका अंतिम वर्ष परीक्षा भी हो गया है। नियम के मुताबिक इन छात्राओं को अब 6 महीने का इंटर्नशिप कोर्स करना है। यह कोर्स संस्थान द्वारा ही तय अस्पताल में किया जाता है। इसके लिए संस्थान छात्राओं से कुछ फीस लेकर संबंधित चिकित्सालय में जमा करता है, जिसके बाद छात्रों को इंटर्नशिप कोर्स कराया जाता है। जैसे ही छात्राओं को इंटर्नशिप प्रमाण पत्र मिल जाता है वे नौकरी पाने के लिए पात्र हो जाते हैं। छात्राओं का आरोप है कि संस्थान ने उनका कोर्स तो पूरा करा दिया, लेकिन इंटर्नशिप के लिए इधर-उधर घुमा रहे हैं। छात्राओं ने जब दूसरे कॉलेज में पता किया तो वहां की छात्राओं को इंटर्नशिप कराया जा रहा है और जल्द ही वह कोर्स भी पूरा कर लेंगे।
इससे छात्राओं ने कॉलेज के डायरेक्टर से बात की तो उन्होंने पहले तो छात्राओं को बतौर इंटर्नशिप फीस 5000 रुपए जमा करने के लिए कहा। जब छात्राओं ने फीस जमा कर दी तो उनसे 30 हजार रुपए अतिरिक्त जमा करने के लिए कहा गया। इससे नाराज छात्राओं ने वहां काफी हंगामा किया और अपने परिजनों को जानकारी दी। परिजनों को जानकारी मिलते ही बड़ी संख्या में कॉलेज पहुंच गए और प्रबंधन के खिलाफ जमकर हंगामा किया। इसके बाद इस मामले की शिकायत पुलिस में की गई।
परिजनों का कहना है कि अगर दो दिन के भीतर प्रबंधन ने इस समस्या का हल नहीं निकाला और बिना मनमानी फीस लिए बच्चियों को इंटर्नशिप नहीं कराया तो वे उग्र आंदोलन करने को बाध्य हो जाएंगे। परिजनों का कहना है कि सूर्या कॉलेज ऑफ नर्सिंग पहले भी अलग-अलग एक्टिविटी के नाम पर मनमाने तरीके से फीस ली गई है, मजबूरी में छात्राएं दे भी रही थीं, लेकिन अब जो फीस मांगी जा रही है वह देना छात्राओं के परिजनों के बस में नहीं है। छात्राओं का कहना है कि यदि कॉलेज प्रबंधन द्वारा उन्हें इंटर्नशिप नहीं कराई गई और उसका प्रमाण पत्र नहीं मिला तो वे उच्चाधिकारियों तक शिकायत करेंगे।
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