अगर BJP दीन दयाल उपाध्याय को मानती है तो देश हिंदू-पाकिस्तान ही बनेगा, नहीं हटूंगा अपने बयान से पीछे: शशि थरूर

नई दिल्ली। कांग्रेसी नेता शशि थरूर अपने हिंदू-पाकिस्तान वाले बयान को लेकर फिर से चर्चा में हैं। उन्होंने एक न्यूज चैनल से बातचीत में कहा है कि अगर बीजेपी दीन दयाल उपाध्याय को फॉलो करने का दावा करती है तो वह देश को हिंदू-पाकिस्तान बनाने की ही कोशिश करेगी। उन्होंने कहा कि आरएसएस और बीजेपी हिंदुत्व की विचारधारा को मानते हैं। बीजेपी नेता सावरकर, गोवलवकर और दीन दयाल उपाध्याय को अपना मेंटर मानते है। ये लोग संविधान को नहीं मानते हैं। कांग्रेसी नेता ने कहा है कि यह खतरा लगातार बना हुआ है कि वे अपनी विचारधारा के आधार पर इस देश को हिंदू-पाकिस्तान बनाने जा रहे हैं थरूर ने कहा कि उन्होंने आरएसएस और बीजेपी के नेताओं का लिखा हुआ गंभीरता से पढ़ा है और वह उनके लिखे हुए गंभीरता से लेते हैं। आरएसएस ने हिंदू राष्ट्र का सिद्धांत दिया। सबसे पहले सावरकर ने ऐसा लिखा। बीजेपी ने उनकी तस्वीर संसद में लगाई है। सावरकर और दीन दयाल उपाध्याय ने भी इसी विचार को आगे बढ़ाया। थरूर ने कहा कि प्रधानमंत्री ने तो हर मंत्रालय को निर्देश दिए हैं कि दीन दयाल उपाध्याय को लेकर कार्यक्रम किए जाएं। दीन दयाल उपाध्याय भारत के संविधान को नकारते थे। वह सावरकर और गोलवलकर को फॉलो करते थे। इसी आधार पर उपाध्याय संविधान द्वारा दी गई भारत की परिभाषा को नकारते हैं और कहते हैं कि भारत का मतलब किसी क्षेत्र से न होकर हिंदुओं से है।
यहां रहने वाले दूसरे धर्म के लोग बाहरी हैं। यही विचार मौजूदा सरकार के हैं। मैं तो केवल लोगों को यह बता रहा हूं कि इन लोगों के राष्ट्र के बारे में क्या विचार हैं। उन्होंने कहा कि अब अगर बीजेपी सरकार यह कहती है कि वह इन लोगों के विचारों को नहीं मानती है और वे अब हिंदू राष्ट्र नहीं बनाना चाहते हैं तो वे मेरी आलोचना कर सकते हैं। उन्होंने अब तक इन लोगों के विचारों से हटने की घोषणा नहीं की है, इसलिए देश के हिंदू-पाकिस्तान बनने का खतरा कम नहीं हुआ है.
नहीं हटूंगा बयान से पीछे
थरूर ने कहा है कि अगर 2019 में बीजेपी की जीत होगी तो हमारा देश हिंदू-पाकिस्तान बन जाएगा। थरूर ने कहा है कि उनका इस बयान से पीछे हटने का कोई इरादा नहीं है और वह इसे बार-बार दोहराते रहेंगे। कांग्रेसी नेता शशि थरूर ने गुरुवार को ट्विटर और फेसबुक पर अपने बयान को लेकर सफाई भी जारी की है। थरूर ने ट्विटर पर कहा है कि कई जगहों पर उनके बीजेपी की जीत से भारत के हिंदू-पाकिस्तान बनने के बयान को तोड़ा-मरोड़ा गया है, इसलिए वह अपने बयान को फिर से स्पष्ट कर रहे हैं। इसके साथ ही उन्होंने अपने फेसबुक पोस्ट का लिंक दिया है।
फेसबुक पर उन्होंने लिखा, मैंने यह पहले भी कहा है और फिर से कहूंगा. पाकिस्तान का निर्माण बहुसंख्यकों के धर्म के आधार पर हुआ था।
इससे धार्मिक अल्पसंख्यकों से भेदभाव होता है और उन्हें समान अधिकार नहीं मिलते। भारत ने यह तर्क कभी स्वीकार नहीं किया, जिससे देश का विभाजन भी हुआ, लेकिन बीजेपी/आरएसएस के हिंदू राष्ट्र का विचार देश को पाकिस्तान जैसा बनाने का है। ऐसा देश जहां अल्पसंख्यकों के धर्म को बहुसंख्यकों का धर्म के अधीन समझा जाता है। ऐसा करने से देश हिंदू-पाकिस्तान बन जाएगा और हमारा स्वाधीनता संग्राम इसलिए नहीं लड़ा गया था। न ही ऐसे देश का विचार हमारे संविधान में संकलित है।
बीजेपी बोली- राहुल मांगें माफी
शशी थरूर ने को कहा था कि अगर साल 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव में बीजेपी जीती, तो हिंदुस्तान का संविधान खतरे में पड़ जाएगा. भारत हिंदू-पाकिस्तान बन जाएगा। उन्होंने था कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव में बीजेपी की जीत से लोकतांत्रिक मूल्य खतरे में पड़ जाएंगे. कांग्रेस सांसद शशि थरूर के इस बयान पर बीजेपी ने पलटवार भी किया था। बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि थरूर के बयान पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को माफी मांगनी चाहिए।