रायपुर। विश्व जागृति मिशन छत्तीसगढ़ इकाई द्वारा ब्रम्हलोक आश्रम परसदा कुम्हारी में रविवार को गुरु पूर्णिमा महोत्सव मनाया गया जहां छत्तीसगढ़ ही नहीं बल्कि अन्य प्रांत के साधकगण शामिल हुए। इस अवसर पर विश्व जागृति मिशन के संस्थापक सुधांशु महाराज ने कहा कि जीवन को व्यवस्थित कर जीना सीखो, मानव जन्म लिया है तो अभाव व संकट आते-जाते रहेंगे। यह स्थायी नहीं रहते हैं। धन कमाना अच्छी बात है पर वही धन उचित है जो जीवन को धन्य बना दे और परमार्थ में इसका सदुपयोग हो।
उन्होंने कहा कि अनेक जन्मों के बाद हमें मानव जन्म मिलता है, जीवन तमाम परिस्थितियों में जीया जाता है अभाव व संकट भी आते-जाते रहते हैं, लेकिन इन सबके बीच आवश्यक है कि जो जीवन मिला है उस जीवन यात्रा को पूरी करें। हम चाहते हैं पूरे जीवन हमें मान सम्मान व इज्जत समान रूप से मिलता रहे लेकिन इसके लिए आवश्यक है हम अपना जीवन कैसे जी रहे हैं। हम ऐसे जीते हैं जैसे कभी मरेंगे ही नहीं और मरते ऐसे हैं कि कभी जीयेंगे ही नहीं। इसके लिए हमें अपना जीवन व्यवस्थित करना होगा। उन्होंने कहा कि धन कमाना अच्छी बात है पर वही धन उचित है जो जीवन को धन्य बना दे और परमार्थ में इसका सदुपयोग हो।
सुधांशु महाराज ने ब्रम्हलोक आश्रम में जुटे साधकों को गुरु पूर्णिमा महोत्सव की शुरूआत इस साल रायपुर से किये जाने की जानकारी दी। साधकों ने चरण पादुका पूजन किया। उन्होंने इस मौके पर कुछ सूत्र दिए जिसमें समय का प्रबंधन, शरीर का उम्र कीर्ति के लिए होना चाहिए, प्रभु को हर दिन धन्यवाद दें, जीवन को नकारात्मकता से बचायें, जो हम जीवन में चाहते हैं वहीं बोना चाहिए का प्रमुख रूप से पालन करने कहा।
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