कोटद्वार (पौड़ी)। नैनीडांडा ब्लॉक में पिपली-भौन मोटर मार्ग पर यात्रियों की एक बस अनियंत्रित होकर खाई में गिर गई। हादसे में मौके पर 45 लोगों की मौत हो गई, जबकि 8 लोग घायल हो गए। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घायलों को रेस्क्यू के लिए देहरादून के सहस्रधारा हेलीपेड से हेलीकप्टर भेजा गया है। एसडीआरएफ के आइजी संजय गुंज्याल ने बताया कि घायलों को दून लाया जाएगा। मृृतक सभी स्थानीय बताए जा रहे हैं। जानकारी के अनुसार, दुर्घटना आज सुबह करीब 8:45 बजे की है। यात्रियों से खचाखच भरी एक प्राइवेट बस (यूके 12सी 0159) भौन से रामनगर जा रही थी। नैनीडांडा ब्लॉक में पिपली-भौन मोटर मार्ग पर ग्वीन पुल के पास बस अनियंत्रित हो गई और खाई में गिर गई। हादसे में 45 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं, सूचना पर पुलिस और प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची। टीम ने घायलों को धुमाकोट अस्पताल में भर्ती कराया है और शवों को ग्रामीणों की मदद से बाहर निकाला गया।
बताया जा रहा है कि बस 28 सीटर है और उसमें संख्या से ज्यादा यात्री सवार थे। बस सडक़ से करीब 60 मीटर नीचे संगुड़ी गदेरे (बरसाती नाले) में गिर गई। जिला आपदा कंट्रोल रूम ने हादसे में 45 लोगों के मरने की पुष्टि की है।
सडक़ हादसे में दंपति समेत तीन की मौत, दो घायल
हल्द्वानी जा रही रोडवेज की बस अचानक अनियंत्रित होकर खाई में गिरने लगी। गनीमत रही कि खाई में पूरी तरह से गिरने के बजाय बस पेड़ पर अटक गई और बड़ा हदसा होने से टल गया। घटना शाम करीब पांच बजे की है। नैनीताल से करीब करीब 15 किमी दूर ज्योलिकोट हल्द्वानी-मार्ग पर हलद्वानी की ओर जा रही रोडवेज बस एक नंबर बैंड पर दुर्घटनाग्रस्त होकर करीब 20 मीटर खाई में गिरने लगी। तभी सामने से पेड़ ने बस को खाई में गिरने से रोक लिया। इसके बाद मौके पर लोगों की भीड़ जुटनी शुरू हो गई। कुछ लोगों ने घटना की सूचना पुलिस को दे दी। वहीं, बस सवार सभी यात्रियों की जान आफत में थी। वे मदद के लिए जोर-जोर से चिल्ला रहे थे। घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने राहत बचाव कार्य शुरू किया। गनीमत रही कि बस में सवार सभी 35 यात्री बाल-बाल बच गए।
यह भी देखे – बीमारी से पति की मौत के बाद ससुर ने उठाया यह कदम, नहीं की समाज की परवाह और बहू के लिए खोजा रिश्ता
Add Comment