हरियाणा के पानीपत में उस शख्स की अंतिम यात्रा की तैयारियां चल रही थी। तभी परिजनों ने देखा कि डेड बॉडी से आ रही आवाजें और चेहरे पर निकल रहा था पसीना। फिर आनन-फानन में उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां उसका इलाज किया जा रहा है। दरअसल, पानीपत के मशहूर हैंडलूम उद्योगपति कृष्ण मित्तल मरकर अचानक जी उठे। यह देखकर हर कोई अचंभित है कि ये कैसे हो गया। दिल्ली स्थित गंगाराम अस्पताल के डॉक्टरों ने दो दिन तक भर्ती रखने के बाद वीरवार रात को उन्हें मृत घोषित कर दिया। डेथ सर्टिफिकेट देकर शव परिजनों को सौंप दिया गया। परिजनों ने उनकी मौत की सूचना घर पर दे दी तो अंतिम संस्कार की तैयारियां की जाने लगीं। घर जाने की तैयारियों के बीच शव से आवाज आने लगी और एक परिजन ने कृष्ण मित्तल के शरीर पर पसीने की कुछ बूंदे देखीं। इसके बाद मित्तल को नजदीकी अस्पताल लेकर जाया गया तो डॉक्टर ने उन्हें जिंदा बताया और भर्ती कर लिया।
अब मित्तल का इलाज चल रहा है। सेक्टर-24 निवासी उद्योगपति कृष्ण मित्तल का इंसार बजार में हैंडलूम का कारोबार है। पिछले दिनों उनके पेट में संक्रमण हो गया था। इलाज 19 जून से दिल्ली के गंगाराम अस्पताल में चल रहा था। 21 जून की रात 12 बजे डॉक्टरों ने मित्तल को मृत घोषित कर दिया। शुक्रवार दोपहर 2 बजे मित्तल की पत्नी संतोष, बेटे गौरव, जितेंद्र, समधी भूपेश सिंह और रिश्तेदार राम निवास गोयल शव लेकर पानीपत के लिए चले। परिजनों ने घर पर मौजूद लोगों को अंतिम संस्कार की तैयारी करने के लिए कह दिया। शाम 5.30 बजे शिवपुरी में उनके अंतिम संस्कार का समय तय कर दिया गया। अंतिम दर्शन के लिए लोगों की भीड़ जुटने लगी। जैसे ही परिजन शव लेकर निकले, रास्ते में मित्तल के समधी भूपेश ने उनके शरीर पर पसीने की बूंदे देखीं। यह बात उन्होंने अन्य परिजनों को बताई। एंबुलेंस चालक को बताया तो उसने मित्तल को एंबुलेंस में मौजूद वेंटिलेटर पर लिटाया और शहर के मॉडल टाउन स्थित अस्पताल ले गया। अस्पताल में डॉक्टरों ने उनके जीवत होने की पुष्टि की।
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