रायपुर। अश्लील सीडी कांड में कारोबारी रिंकू खनूजा (Rinku Khanuja) की खुदकशी के बाद राजनीति गरम हो गई है। इस मामले को लेकर गुरुवार को कांग्रेसियों ने पत्रवार्ता करके अपनी बात मीडिया के सामने रखी। कांग्रसियों ने कहा कि रिंकू की मौत सुनियोजित हत्या है।
कांग्रेस ने सेक्स सीडी कांड और रिंकू खनूजा मौत मामले की जांच एक साथ किये जाने की मांग करते हुए कहा कि इस मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट के जज की अध्यक्षता में जांच कराई जानी चाहिए। कांग्रेस प्रवक्ता किरणमयी नायक ने कहा कि हमने निरीक्षण के दौरान पाया कि रिंकू की सुनियोजित हत्या की गई है।
ह बात रिंकू खनूजा की मौत के बाद सामने आई तस्वीर और घटना स्थल से साबित होता है। कि यह आत्महत्या नहीं है। बल्कि सोची समझी साजिश के तहत ऐसा किया गया है। प्रवक्ता किरणमयी ने कहा कि यह हत्या इसलिए की गई है कि बीजेपी के प्रभावशील नेता जांच के दायरे में आ रहे थे। उन्होंने कहा कि घटनास्थल को सील नहीं किया गया। फोरेंसिक एक्सपर्ट भी जांच करने नहीं पहुंचा।
फ्रवक्ता किरणमयी ने कहा कि रिंकू खनूजा (Rinku Khanuja) की हाइट साढ़े 5 फीट के करीब थी, लेकिन घटनास्थल पर सीलिंग की हाइट 5 फीट से ज्यादा नहीं है। नॉयलान की रस्सी में नॉट जिस तरीके से बंधी है, उसे अकेले व्यक्ति नहीं बांध सकता। रिंकू खनूजा के एक पैर में गीली मिट्टी पाई गई है, जो घटनास्थल पर कहीं नही थी। खनूजा के पंजों पर खून का जमाव हो गया था, लेकिन यदि उसका घुटना मुड़ा होता तो खून का यह जमाव पंजों पर नहीं आ सकता था।
रिंकू खनूजा की जीभ काली पड़ी हुई थी। यह उस अवस्था में होता है जब शरीर को मिलने वाले ऑक्सीजन को तुरंत पूरी तरह रोक दिया जाए। उन्होंने कहा एक मौत संदिग्ध है। मृतक का जल्दबाजी में पोस्टमॉर्टम किया गया, जो कही न कही पूरे मामले में संदेह पैदा करते करता है।
किरणमयी का यह भी आरोप है कि रिंकू खनूजा को अन्य स्थान पर मारकर उसके शव यहां लाया गया है। कांग्रेस ने पुलिस की जांच पर सवाल उठाते हुए कहा कि लवली खनूजा और कैलाश मुरारका के साथ एक उद्योगपति का नाम आ रहा था, लेकिन इन्हें लेकर सीबीआई ने क्या किया?
किरणमयी नायक ने सीबीआई के अधिकारी रिछपाल सिंह पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि उनका पुराना रिकॉर्ड रहा है। बिलासपुर के एक मामले की जांच से भी वह जुड़े हुए है, जिस मामले में आज तक कुछ नहीं हो सका है। डॉ. राकेश गुप्ता ने कहा कि सीन ऑफ क्राइम झूठ नहीं कहता। जब किसी व्यक्ति को लटकाया जाएगा तो उसके वजन के आधार पर पैर हवा में होगा तभी घुटन होगी और व्यक्ति की मृत्यु होगी।
ऐसे संदेहास्पद मौत पर पोस्टमार्टम के दौरान एक निष्पक्ष व्यक्ति खड़ा होना चाहिए, लेकिन खड़ा क्यों नहीं किया गया? वरिष्ठ वकील फैसल रिजवी ने कहा कि कर्नाटक चुनाव के बाद अचानक सीबीआई जाग गई है। रिजवी ने बताया कि विनोद वर्मा को मोहरा बनाया गया। उनकी गिरफ्तारी के लिए रायपुर पोलिस की टीम दो दिन पहले से ही दिल्ली में बैठी थी।
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