नई दिल्ली। राजस्थान के भीलवाड़ा में स्थानीय अदालत ने नाबालिग लड़की से बलात्कार के दोषी 92 साल के बुजुर्ग को 10 साल कैद की सजा सुनाई। बुजुर्ग पर 2009 में एक मानसिक रूप से कमजोर किशोरी का उसके ही घर में बलात्कार करने का आरोप था।
पीडि़ता के घर वालों ने जब किशोरी की हालत देखी तो पुलिस में शिकायत दर्ज कराने का फैसला किया था। घटना को लेकर 18 दिसंबर 2009 को भीलवाड़ा कोतवाली में एफआईआर दर्ज कराई गई थी। इस वक्त बुजुर्ग की उम्र 84 साल थी। बुजुर्ग का नाम हरलाल बलाई है जिस पर आरोप है कि उसने अपने गांव में किशोरी के घर जाकर उसका बलात्कार किया।
घटना के वक्त किशोरी के माता-पिता बाहर गए हुए थे। इसी का फायदा उठाकर बुजुर्ग ने बच्ची के साथ दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया। बच्ची की मानसिक स्थिति अच्छी नहीं थी, यहां तक कि वह यह भी नहीं बता पा रही थी कि उसके साथ किसने और क्या किया था। पीडि़ता की ओर से मामले की पैरवी कर रहे सरकारी वकील ने बताया कि पीडि़ता और बुजुर्ग एक-दूसरे को जानते थे, पीडि़ता बुजुर्ग को बाबा कहती थी। अदालत ने मामले की गंभीरता को देखते हुए न सिर्फ बुजुर्ग को 10 साल कैद की सजा सुनाई बल्कि उस पर 50 हजार रुपए का जुर्माना भी लगाया।
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