रायपुर। राज्य सरकार हड़ताली नर्सों पर कड़ा रुख अपना रही है। एस्मा लगाने के बाद भी हड़ताल पर डटी नर्सों को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस पहुंची है। राज्य सरकार ने नर्सों के हड़ताल को अवैध बताकर एस्मा लगाया है। प्रदेश के सरकारी अस्पतालों की तीन हजार से अधिक नर्स 18 मई से हड़ताल डटी है। स्वास्थ्य विभाग की तरफ से जो अधिकारिक बयान आया है उसके मुताबिक नर्सों की हड़ताल अतिआवश्यक सेवा में आता है।(नर्सों को गिरफ्तार करने पहुंची पुलिस )
यह छत्तीसगढ़ अतिआवश्यक सेवा संधारण अधिनियम का उल्लंघन है, इसके तहत एस्मा लगाया गया है, लेकिन नर्सो इस आदेश को दरकिनार करते हुए हड़ताल पर अडिग है। नर्सो ने कहा है कि उनकी मांगें जायज हैं और वे अपने अधिकार के लिए लड़ाई लड़ती रहेगी। नर्सों की हड़ताल से अस्पतालों हालात बिगड़े हुए है। आंबेडकर अस्पताल में बड़ी सर्जरी नहीं हो रही है, मरीजों को आगे की तारीख दी जा रही है। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए शासन की तरफ से कड़ा कदम उठाया गया है।
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