जगदलपुर। जिले भर में प्री-मानसून मेंटेनेंस खत्म करने के बाद अब विद्युत वितरण कंपनी एक नई मुहिम शुरु करने जा रही है। इसके तहत शहर से सटे इलाकों से लेकर दूरदराज के 578 गांवों में 62 हजार से ज्यादा एकलबत्ती कनेक्शनों की जांच की जाएगी। इस तरह की जांच से पहले हर गांव में कंपनी के 4 सदस्यों की टीम पहले एक सर्वे करेगी जिसमें यह देखा जाना है कि वहां मीटर रीडिंग की क्या स्थिति है। इसके अलावा सर्विस वायर किस हालत में है। सर्वे में कंपनी हर एकल बत्ती कनेक्शनधारी का पूरा डाटा तैयार करगी। इससे यह साफ हो जाएगा की ऐसे कनेक्शनों पर हर महीने कितनी खपत बिजली की हो रही है। एकलबत्ती कनेक्शन वालों को हर महीने 40 यूनिट बिजली की खपत की सरकारी छूट दी गई है। अगर कोई उपभोक्ता औसतन महीने में 100 यूनिट की खपत कर लेता है तो उसे बाकी की 60 यूनिट के बिल का भुगतान कंपनी द्वारा तय टैरिफ के अनुसार करना है।
सबसे महत्वपूर्ण यह है कि ऐसे उपभोक्ता साल भर में अधिकतम 1200 यूनिट बिजली की खपत एकलबत्ती कनेक्शनधारी रहते कर सकते हैं। इसके ऊपर यदि खपत जाती है तो वह उपभोक्ता एकल कनेक्शन की सुविधा का पात्र नहीं रह जाता। ऐसे व्यक्ति का कनेक्शन तत्काल घरेलू कनेक्शन में बदल दिया जाता है। कंपनी द्वारा कराए जा रहे सर्वे में ये सारी चीजें सामने आ जाएंगी। एक लाख 26 हजार कुल उपभोक्ता बस्तर जिले में हैं। 62 हजार एकल बत्ती कनेक्शनों की जांच होगी। कंपनी के डिवीजनल इंजीनियर पीएन सिंह ने बताया कि ये व्यवस्था की जा रही है कि हर 2 महीने में एकलबत्ती कनेक्शनों की रीडिंग सही ढंग से सामने आए। पिछले कुछ समय से विद्युत वितरण कंपनी को सूचना मिल रही है कि शहर से सटे इलाकों में काफी जगह पर ओवरलोड चल रहा है। सर्वे के बहाने यह भी पता चल जाएगा कि मीटर रीडर ढंग से रीडिंग कर रहे हैं या नहीं।
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