बीजापुर जिले के सखी सेंटर में पेंडिंग 10 मामलों में ज्यादातर मामले दूसरी बीवी के
बीजापुर। महिलाओं को परेशानी से निजात दिलाने के लिए राज्य सरकार द्वारा सखी सेंटर की स्थापना की गई है। इस सेंटर में महिलाएं अपनी समस्याएं लेकर आती है और उससे निजात भी पाती है। लेकिन कई बार सेंटर के समक्ष कुछ विचित्र समस्याएं भी आ जाती है जिसका समाधान करने में कुछ मुश्किलें हो जाती है। कुछ ऐसी ही समस्याएं बीजापुर जिले के सखी सेंटर में देखने को मिला जहां कई ऐसे मामले आये हैं जिसमें पति अपनी पत्नी छोड़कर दूसरी बीवी के पास चला गया है और दूसरी बीवी उसका पता नहीं बता रही है। सखी सेंटर में पिछले 14 महीनों में घरेलू हिंसा के 23 मामले सामने आए हैं और इनमें से अब तक 13 मामलों का समाधान हो गया है। पेडिंग दस मामलों में ज्यादातर मामले दूसरी बीवी के हैं। इन मामलों को सुलझाने में थोड़ी पेचीदगियां हैं। दरअसल, पति ने फोन बंद कर लिया है और जब तहकीकात के लिए सखी सेंटर का अमला सौतन के घर जाता है तो वह उसका पता नहीं बताती है। संभव है, सौतन ने ही पति को छिपा दिया है ?
सेंटर में तीन मामले प्रेम प्रसंग के आए। इन मामलों में युवकों ने प्रेम तो किया पर शादी से इंकार कर दिया था। जब बात नहीं बनीं तो तीनों युवतियां सखी सेंटर की शरण में आ गईं। फिर क्या था, तीनों प्रेमियों को बुलाया गया। दो केस में राजीनामा हो गया और एक केस अभी चल रहा है। वहंी एक युवती ने इस केन्द्र में आकर छेडख़ानी की शिकायत दर्ज करवाई। दरअसल, एक अनजान युवक उससे मोबाइल पर छेडख़ानी करता था। इस मसले को केन्द्र ने पुलिस को सौंप दिया। एक और मामले में एक युवक ने एक युवती के खिलाफ गलत बात फेसबुक पर पोस्ट कर दी थी। युवती का विवाह हो जाने पर केस दूसरे जिले के सखी सेंटर को ट्रांसफर कर दिया गया। सखी सेंटर की केन्द्र प्रशासक सुश्री तुलिका सतपथी ने कहा कि सखी सेंटर में पीडि़त महिलाएं शिकायत दर्ज करवा सकती हैं। केन्द्र के कर्मचारी उनकी हर संभव मदद करते हैं। पिछले 14 महीनों में 91 केस दर्ज किए गए। इनमें से कई महिलाओं को राहत मिली है और कई महिलाओं को जल्द राहत दिलाने की कोशिश हो रही है।
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