रायपुर। शिक्षा विभाग के हजारों शिक्षाकर्मी आवंटन लॉक होने की समस्या से वेत्तन भुगतान से वंचित है। बार-बार लेटर भेजे जाने के बाद लॉक नहीं खुलने से उन्हें वेतन नहीं मिल पा रहा है। इस संबंध मेें जिला अध्यक्ष संतोष शुक्ला द्वारा प्रान्तीय अध्यक्ष वीरेंद्र दुबे और महासचिव धर्मेश शर्मा के साथ मंत्रालय जाकर कारण जानने एवं लॉक खुलवाने हेतु अधिकारियों से मुलाकात करके अनुरोध किया है। मुलाकात के बाद यह बात सामने आई है कि जिला पंचायत के एकाउंट अफसर के द्वारा समय में बिल जनरेट नहीं करने के कारण आवंटन लॉक कर दिया गया, जबकि प्रदेश के अन्य जिलों में भुगतान हो गया। इस बात को लेकर शालेय शिक्षाकर्मी कर्मी संघ के जिला सचिव योगेन्द्र शुक्ला के अगुवाई में एक प्रतिनिधि मंडल जिलापंचायत सीईओ अजित बसंत से मिला और उन्हें वस्तुस्थिति से अवगत कराया। जानकारी के बाद पंचायत सीईओ ने अपने कार्यालय की जवाबदेही होने से इंकार किया, लेकिन जब पंचायत के पूर्व वित्त अधिकारी से चर्चा हुई तो उन्होंने जांजगीर-चाम्पा जिले में समय में आवंटन प्रॉपर जनरेट न होने की बात कही, उन्होंने कहा कि इसी की वजह से यह समस्या आ रही है।
यह बात भी निकलकर सामने आई है कि एकाउंट ऑफिसर द्वारा उस दौरान छुट्टी पर थे, जिसकी वजह से इस प्रकार की चूक हुई है। इस पर जिला पंचायत सीईओ ने नाराजगी जाहिर करते हुए एकाउंट ऑफिसर गजेंद्र सिंह को हिदायत दी कि भविष्य में इस प्रकार की गलती नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि शीघ्र लॉक खुलवाने के लिए प्रयास करे। प्रतिनिधि मंडल में संतोष शुक्ला, चंद्रशेखर खूंटे, जगमोहन बर्मन, बोधराम डड़सेना, मदन डाहीरे, कलेंडर साहू, प्रीतेश पटेल, अजय पटेल सहित अनेक शिक्षक समिलिलित थे। संघ के प्रयास से शीघ्र लॉक खुलने की आस जगी। अगर शीघ्र लॉक नहीं खुला तो प्रतिनिधि मंण्डल जिला कलेक्टर से मिलकर ज्ञापन सौपेगा।
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