दंतेवाड़ा। एनएमडीसी किरंदुल में हुई भर्ती में स्थानीय बेरोजगारों को नहीं लिए जाने का आरोप लगाते हुए धरने पर बैठे आदिवासी समाज के लोगों ने कल सड़क पर उतरकर प्रदर्शन किया। निर्धारित कार्यक्रम के तहत आदिवासी महासभा के लोग किरंदुल में चक्काजाम करने व एनएमडीसी का काम रोकने सुबह 4 से 5 बजे के बीच सड़क पर उतर गए थे। प्रदर्शन के दौरान किसी प्रकार का विवाद या उपद्रव न हो, इसके लिए पुलिस के जवान पहले से तैनात किए गए थे। एनएमडीसी कार्यालय के पास आंदोलनकारियों के पहुंचते ही पुलिस ने सभी 60 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। इसके बाद एनएमडीसी के सुबह 4 बजे व दोपहर की शिफ्ट के सभी कर्मचारी काम पर गए। इस आंदोलन में शामिल होने के लिए कड़मपाल, किरंदुल, दुगेली व अन्य गांव के लोग पहुंचे थे। भर्ती प्रक्रिया से पहले भी आदिवासी समाज के लोगों ने बचेली और किरंदुल परियोजना में आंदोलन किया था।
32 फीसदी आरक्षण स्थानीय को दिए जाने की सहमति के बाद समाज ने आंदोलन खत्म किया था। एसडीओपी धीरेंद्र पटेल ने कहा कि अभी चक्काजाम करने वाले 60 लोगों को 151 के तहत गिरफ्तार किया गया है। इसके बाद भी चक्काजाम या उपद्रव की कोशिश की गई तो आईपीसी की धारा के तहत कार्रवाई की जाएगी। अखिल भारतीय आदिवासी महासभा के राज्य परिषद सदस्य बईलोचन श्रीवास्तव ने कहा कि आंदोलन को कुचलने के लिए लोगों को गिरफ्तार करने से कुछ नहीं होगा। उन्होंने कहा कि एनएमडीसी में स्थानीय बेरोजगारों को पहले प्राथमिक देनी चाहिए। जब तक मांग पूरी नहीं होती तब तक आंदोलन करते रहेंगे। आदिवासी समाज के नेताओं ने कहा कि जब बाहरी लोगों को यहां पर नौकरी दी जाएगी तो स्थानीय स्तर के बेरोजगार क्या करेंगे।
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