‘महात्मा गांधी को नहीं बख्शा तो तुम्हें क्या छोड़ेंगे’, धमकाने पर 3 दक्षिणपंथी कार्यकर्ता गिरफ्तार

मंगलुरु. कर्नाटक (Karnataka) में कोर्ट की निगरानी में अवैध इमारतों को गिराने के लिए बड़ा अभियान चलाया जा रहा है. इनमें अवैध जमीन पर स्थित धार्मिक संरचनाएं (Illegal Religious Structures) भी शामिल हैं. इस अभियान के चलते तीन दक्षिणपंथी कार्यकर्ताओं (Right-Wing Activists) ने राज्य के बीजेपी नेताओं को धमकी दी है. इसके बाद मंगलुरु पुलिस (Mangaluru Police) ने तीनों को गिरफ्तार कर लिया है.
गिरफ्तारी के एक दिन पहले इनमें से एक दक्षिणपंथी कार्यकर्ता धर्मेंद्र सुरथकल ने हिंदू महासभा की ओर से इस अभियान के विरोध में बुलाई गई प्रेस कॉन्फ्रेंस में भी नेताओं पर निशाना साधा था. यह प्रेस कॉन्फ्रेंस मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई, पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येडियुरप्पा और मुजराई मंत्री शशिकला जोले के विरोध में बुलाई गई थी. 10 सितंबर को मैसुरु में नंजनगुड इलाके में एक मंदिर गिराए जाने का यह लोग विरोध कर रहे हैं. वहीं पर सुरथकल ने विवादित टिप्पणी करते हुए धमकी दी थी कि ‘जब हमने महात्मा गांधी को नहीं छोड़ा और हिंदुओं की रक्षा के लिए उन्हें मार डाला तो तुम्हें क्या लगता है हम तुम लोगों को छोड़ देंगे?’.
रविवार को मंगलुरु सिटी पुलिस आयुक्त एन शशि कुमार ने कहा कि तीनों आरोपियों सुरथकल, राजेश पवित्रन और प्रेम पोलाली को हिंदू महासभा के प्रदेश अध्यक्ष एलके सुवर्णा द्वारा दायर एक शिकायत के आधार पर गिरफ्तार किया गया है. तीनों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में केस दर्ज किए गए हैं.
कर्नाटक सरकार 29 सितंबर, 2009 के बाद सार्वजनिक स्थानों पर बने सभी अवैध ढांचों को हटाने के लिए 2010 के सुप्रीम कोर्ट के आदेश का पालन कर रही है. कर्नाटक हाईकोर्ट द्वारा अदालत के आदेश के कार्यान्वयन की निगरानी की जा रही है. इसकी समय-समय पर सुनवाई भी हो रही है.
हालांकि नंजनगुड मंदिर गिराने को लेकर राज्य में राजनीतिक हंगामा खड़ा हो गया है. इसमें कई राजनीतिक और धार्मिक नेताओं ने इस मंदिर के गिराए जाने का विरोध किया है. पूर्व सीएम और कांग्रेस नेता सिद्धारमैया ने हिंदुओं के प्रति बीजेपी की प्रतिबद्धता पर सवाल उठाया और राज्य सरकार पर स्थानीय लोगों से सलाह किए बिना विध्वंस करने का आरोप लगाया. उनका कहना है, ‘हिंदू भावनाओं के खिलाफ इस कृत्य के लिए बीजेपी सरकार जिम्मेदार है.
इस बीच बीजेपी नेता प्रताप सिम्हा ने दावा किया कि केवल मंदिरों को निशाना बनाया जा रहा है. हिंदू संगठनों ने मैसूरु और मंगलुरु जैसी जगहों पर भी बीजेपी सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया है.