नई दिल्ली। चुनाव आयोग फेसबुक, ट्विटर जैसे सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर अगले माह के अंत तक आचार संहिता लागू करेगा, ताकि देश की चुनावी प्रक्रिया को सोशल मीडिया के जरिए कोई प्रभावित नहीं कर सके। आयोग ने फेसबुक डाटा लीक मामला सामने आने पर आचार संहिता बनाने का निर्णय लिया था। कैंब्रिज एनालिटिका द्वारा फेसबुक डाटा से भारतीयों को चुनाव के दौरान प्रभावित करने के मामले में सरकार ने दोनों कंपनियों को फिर से नोटिस जारी किया है। जबकि चुनाव आयोग सोशल मीडिया की ऐसी गतिविधियों पर पूरी तरह से रोक लगाने के लिए अगले दो सप्ताह में आचार संहिता को अंतिम रूप प्रदान कर देगा। इसके बाद कानून मंत्रालय से मशविरा करके इसे अगले माह तक लागू किया जाएगा।
मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) ओपी रावत ने कहा कि मतदाता चुनावी प्रक्रिया के दौरान किसी भी तरह से प्रभावित नहीं हो। इस संबंध में हरेक संभव कदम उठाने के लिए आयोग प्रतिबद्ध है। यही वजह है कि आयोग आचार संहिता ला रहा है। रावत ने कैंब्रिज एनालिटिका मामले पर कहा कि सरकार कार्यवाही कर रही है, जबकि हम ठोस कदम उठा रहे हैं। आयोग की आचार संहिता के अनुपालन में सोशल मीडिया को यह भी स्पष्ट करना होगा कि उसके प्लेटफार्म पर भारतीय मतदाता के आंकड़े पूरी तरह सुरक्षित है और उनमें सेंधमारी की कोई संभावना नहीं है। आचार संहिता के लागू होने के बाद अगर कोई सोशल मीडिया प्लेटफार्म या उससे संबंध एवं समझौता करने वाला उल्लंघन करता है तो उसके खिलाफ सख्त कदम उठाया जाएगा।
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