छत्तीसगढ़

शिक्षाकर्मियों ने कहा, सरकार का रुख पॉजिटिव रहा तो ठीक नहीं तो होगा फिर आंदोलन, संघ बर्दास्त नहीं करेगी किसी प्रकार की राजनीति

रायपुर। शिक्षाकर्मियों को मंगलवार को मोर्चा की बैठक में आगामी एक मई को होने वाली बैठक को लेकर कई निर्णय लिए गए है। जिसमें यह साफ तौर पर कहा गया है कि अगर सरकार का रुख सकारात्मक नहीं रहता तो मोर्चा आंदोलन को बाध्य होगा और फिर एक बड़ा आंदोलन करेगा। शिक्षक पंचायत नगरीय निकाय मोर्चा के वीरेन्द्र दुबे ने कहा कि हमने तय किया है कि संघ सकारात्मक पहल हुई तो सरकार का साधुवाद करेगा, लेकिन अगर ढुलमुल रवैया अपनाया गया तो संविलियन को लेकर रणनीति तैयार की जाएगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि मोर्चा ने शिक्षाकर्मियों के सम्मेलन को लेकर खाका तैयार किया है और संविलियन को लेकर उसी के आधार पर कार्य करेगा।

सालों से चल रहे इस आंदोलन को लेकर अगर कोई दूसरा मोर्चा (शिक्षाकर्मियों संघ को छोड़कर) सम्मेलन का रुख अपनाता है तो शिक्षक पंचायत नगरीय निकाय मोर्चा उसका खुलकर विरोध भी करेगा। मंगलवार को हुई बैठक में शिक्षाकर्मियों ने तय किया है कि जो कमेटी बनाई गई थी वह संविलियन का प्रस्ताव रखेगी या नहीं। जो आठ सालों को बंधन संविलियन को लेकर बनाया गया है उस पर उसका रुख क्या होगा। समिति वर्ग-3 के वेतन विसंगति को लेकर सुधार पर क्या करेगा। समिति ने क्रमोन्नित वेतनमान का प्रस्ताव रखेगी या नहीं। इसके अलावा समिति कार्यकाल भी खत्म होने को है ऐसे में वह समय सीमा में अपनी रिपोर्ट सौंपेगी या नहीं। संघ ने कहा है कि एक मई की बैठक में बहुत कुछ तय होना है। संघ ने अपनी रणनीति तैयार कर ली है, लेकिन अभी उसे सार्वजनिक नहीं किया जाएगा। सरकार ने हमें एक मई को बैठक के लिए बुलाया है उसके बाद ही संघ अपने पत्ते खोलेगा।

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