चंद्रकांत पारगीर, बैकुंठपुर। कोरिया जिले के जनपद पंचायत बैकुंठपुर के ग्राम पंचायत खोडरी में आयोजित ग्राम सभा में ग्रामीणों ने जमकर हंगामा मचाया, उनकी मांग थी कि खेल विभाग से मिले मैदान समतलीकरण के कार्य में काम कम राशि में हो गया, जबकि राशि पूरी निकाल का घालमेल किया गया है। ऐसा उन्होने ग्राम सभा के प्रस्ताव में भी लिखवाया और बकाया राशि ग्राम पंचायत में जमा करने को कहा, नहीं तो वे कलेक्टर से मामले की शिकायत कर एफआईआर दर्ज करवाएगें। इस मामले में ग्राम पंचायत खोडरी के सचिव कामेश्वर लाल बघेल का कहना है कि खेल मंत्री ने खोडरी व जमगहना मे खेल मैदान के समतलीकरण का कार्य दिया गया था, जिसमें खेल मंत्री के करीबी अनिल जायसवाल के द्वारा कराया गया। जिसके काम का पूरा हिसाब देने के बाद राशि पूरी खर्च बताई गई है जबकि काम 1 लाख 65 हजार में ही पूर्ण हो चुका है। इस बात को प्रस्ताव में भी लिखा गया है। बीते 20 अपै्रल को ग्राम पंचायत खोडरी में आयोजित ग्राम सभा में जमकर घंटो हंगामा चला। यह हंगामा ग्रामीणों के द्वारा निर्माण कार्य में गबन को लेकर सामने आया। इस दौरान ग्राम पंचायत द्वारा प्रस्ताव पारित कर गबन राशि वापस किये जाने की मॉग की गयी। नवगठित ग्राम पंचायत खोडरी में खेल विभाग द्वारा खेल मैदान समतलीकरण कराने के लिए ग्राम खोडरी व जमगहना में कार्य कराये जाने के लिए 3-3 लाख राशि स्वीकृत की गयी।
जिसके बाद कार्य शुरू कराया गया तथा जैसे तैसे कार्य कराकर खेल मैदान का समतलीकरण जल्दबाजी में करा दिया गया। ग्रामीणों ने ग्राम सभा में कार्य करवाने वाले मुशियों के सामने पूरे व्यय के हिसाब बताया। जिसमें 3 लाख में से खेल मैदान का समतलीकरण कार्य 1 लाख 65 हजार की खर्च बताया गया। वहीं कार्य में लगे ट्रेक्टर वालो को 50 रू ट्रीप देकर बची राशि गांव के ही एक व्यक्ति के नाम से जारी कर दिया गया। आयोजित ग्राम सभा में ग्रामीणों ने बाकी रूपये का हिसाब मांगने लगे इसी को लेकर भारी हंगामा घंटो तक चला। आखिरकार पंचायत के द्वारा प्रस्ताव पारित किया गया कि गबन की राशि को वापस लाया जाये। सूत्रों के अनुसार खेल विभाग द्वारा स्वीकृत उक्त कार्य को खेल मंत्री के चहेते के द्वारा कराया गया तथा तीन लाख रूपये में से 1 लाख 65 हजार का कार्य कराकर शेष 1 लाख 35 हजार रूपये गांव के ही व्यक्ति के खाते में डाल दी गयी। ग्रामीणों ने इस मामले की जांच की मांग जिला प्रशासन से भी की है।
नियम विरूद्ध कार्य कराया गया
उक्त कार्य के लिए निर्माण एजेंसी पंचायत को बनाया जाना चाहिए था लेकिन खेल विभाग द्वारा स्वीकृत उक्त कार्य को खेल मंत्री के चहेते के द्वारा मनमानीपूर्वक कराया गया। ग्रामीणों का कहना है खेल मैदान का ठीक से समतलीकरण भी नही कराया गया है जिसके लिए बडी राशि स्वीकृत की गयी थी राशि बचा कर शासकीय राशि का गबन किया गया। जिसकी जॉच होनी चाहिए तथा दोषी पर कार्यवाही की मॉग की गयी।
खेल विभाग बना भ्रष्टाचार अड्डा
जिले के खेल विभाग में भारी भ्रष्टाचार जारी है, जाग युवा जाग के बिलों को साल भर बाद निकालने के अलावा अब ये समतली करण का मामला सामने आया है, ग्रामीण बताते है बिना कुछ किए विभाग ने कार्य का मूल्यांकन भी करा लिया और राशि का बंदरबांट भी कर लिया गया। दूसरी ओर खेल विभाग के द्वारा संचालित खेल गतिविधियां भी पूरी तरह से बंद पडी हुई है।
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