पटना। लंबे समय से बीजेपी से नाराज चल रहे सीनियर लीडर और पूर्व वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा ने बीजेपी छोड़ दी है। यशवंत सिन्हा ने कहा अपने फैसले का ऐलान करते हुए कहा, मैं बीजेपी के साथ अपने सभी संबंधों को समाप्त कर रहा हूं। आज से मैं किसी भी तरह की पार्टी पॉलिटिक्स से संन्यास ले रहा हूं। सिन्हा ने पटना में अपने फैसले की जानकारी देते हुए कहा कि आज लोकतंत्र खतरे में है। मैं राजनीति से संन्यास ले रहा हूं, लेकिन आज भी दिल देश के लिए धड़कता है। बता दें कि यशवंत सिन्हा के बेटे जयंत सिन्हा अब भी मोदी सरकार में मंत्री हैं। उन्होंने कहा कि यदि हम आज जो हो रहा है, उसके खिलाफ नहीं खड़े होते हैं तो आने वाली पीढिय़ां हमें माफ नहीं करेंगी।
बता दें कि यशवंत सिन्हा ने पिछले दिनों नोटबंदी के फैसले और जीएसटी लागू करने के तरीके को लेकर भी उन्होंने तीखा हमला बोला था। सिन्हा ने इसी साल 30 जनवरी को राष्ट्र मंच के नाम से एक नए संगठन की स्थापना की थी। तब उन्होंने कहा था कि यह संगठन गैर-राजनीतिक होगा और केंद्र सरकार की जनविरोधी नीतियों को उजागर करेगा। शनिवार को कई विपक्षी दलों के नेताओं के साथ मीटिंग के बाद यशवंत सिन्हा ने यह फैसला लिया है। 1998 में पहली बार लोकसभा के लिए चुने गए यशवंत सिन्हा अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में वित्त मंत्री थे। यही नहीं पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर की 1990 से 1991 तक चली सरकार में भी वह वित्त मंत्री थे।
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