रायपुर। तंत्र-मंत्र के नाम पर शहर के एक ट्रांसपोर्टर से हजारों रूपए वसूलकर उसे जिंदा जलाने वाले मुख्य आरोपी का शव फिंगेश्वरी थाना क्षेत्र के बीजापानी के जंगल में मिला है। मामले में उसका सहयोगी पूर्व में गिरफ्तार हो चुका है।
बताया जाता है कि राजधानी के चंगोराभाठा निवासी मृतक ट्रांसपोर्टर अवसर सिंह ठाकुर गत 12 मार्च को अचानक गायब हो गया था। मामले में उसके भतीजे अजय सिंह ठाकुर निवासी गीता नगर चौबे कालोनी ने गुमशुदगी का मामला दर्ज कराया था। पुलिस ने जब मामले की पड़ताल की तो पता चला कि अवसर सिंह ठाकुर पिछले कुछ दिनों से ग्राम खोरपा-अभनपुर निवासी आरोपी कोटवार देवेन्द्र बया और भरेंगाभाठा निवासी सरगुन दास मानिकपुरी के संपर्क में था। इस पर पुलिस ने मामले की सूक्ष्मता से पड़ताल की तो पता चला कि मृतक अवसर सिंह तंत्र-मंत्र के माध्यम से नोटों का 10 गुना और नोटों का झरण काम में लगा हुआ था। 12 मार्च को भी अवसर सिंह ने संतोषी नगर चौक से 21 नींबू और 21 बंगला पान खरीदकर ग्राम खोरपा निवासी देवेन्द्र बया के पास गया था। सूचना पर पुलिस ने सरगुन दास और देवेन्द्र बया की पतासाजी की गई। दोनों अपने घरों में नहीं मिले। जिसके बाद पुलिस को सूचना मिली की आरोपी देवेन्द्र बया ग्राम खोरपा के तिराहे के पास खड़ा है। जिससे पुलिस के टीम मौके पर पहुंचकर देवेन्द्र बया को हिरासत में लेकर पूछताछ किया तो आरोपी देवेन्द्र ने पुलिस को गुमराह करने का प्रयास किया। बारिकी से पूछताछ करने पर वह टूट गया और पुलिस को बताया कि वह सरगुन दास के साथ मिलकर आर्थिक रूप से परेशान व्यक्तियों को तंत्र-मंत्र के माध्यम से राशि का दस गुना बढ़ाने का झांसा देकर नगद राशि की उगाही पिछले 6-7 वर्षो से करते आ रहा है। इसी बात पर न्यू चंगोराभाठा निवासी अवसर सिंह ठाकुर भी विगत एक वर्ष से इनके संपर्क में आकर उनके समूह का सदस्य बनकर 40 हजार नगदी लगा चुका था और उसके अन्य परिचित दीपक रात्रे निवासी धनेली, बुद्ध नारायण पटेल निवासी गुढिय़ारी, योगेश साहू निवासी उरकुरा, बलराम जगत निवासी न्यू शांतिनगर से भी लाखों रूपए दिलाकर ठगी कराया था।
इस संबंध मेंं बातचीत को वह गुप्त रूप से अपने मोबाईल पर रिकार्ड कर लिया था ओर हम लोगों को धमकाता था कि पैसा मुझे दो वरना पुलिस के पास ठगी की सारी बातों को बता दूंगा। जिससे आरोपी देवेन्द्र बया अपने साथी सररगुन दास के साथ मिलकर अवसर सिंह ठाकुर की हत्या कर रास्ता से हटाने की योजना बनाई और योजना के तहत दोनों ने 12 मार्च की रात्रि 8 बजे अवसर सिंह को ग्राम खोरपा में अकेले बुलाया फिर एनआईटी बाऊंड्रीवाल के बाहर भरेंगाभाठा खार में 5-10 मिनट पूजा पाठ कर पूजा स्थल उत्तर दिशा मेें करने की बात कहीं और वहीं ध्यान लगाना बोलकर बोरियाकला ले गए। सरगुन दास अपने झोला से क्लोरोफार्म स्प्रे निकालकर अवसर सिंह को सुंघाकर बेहोश कर दिया। उसके गिरने पर सरगुन दास मानिकपुरी एवं देवेन्द्र बया ने छाती और पीठ को लात से मारे और खेत के मेढ़ से सूखी भरवा घास लाकर अचेत शरीर के ऊपर रख दिया तथा देवेन्द्र बया ने पूर्व योजनानुसार अपने साथ लाए हुए पेट्रोल को छिड़क कर माचिस से आग लगा दिया। जले कंकाल के अवशेष देखकर आग से जलाकर हत्या करने का संदेह व्यक्त कर पुलिस ने आरोपी देवन्द्र बया पिता स्व. जोहरात बया 40 वर्ष निवासी ग्राम खोरपा को धारा 120बी, 420,302,201,34 के तहत गिरफ्तार कर लिया था।
फरारी काट रहा था मुख्य आरोपी
पुलिस ने बताया कि इस सनसनीखेज हत्याकांड का मास्टरमाइंड सरगुन दास मानिकपुरी इसी तरह से लोगों को ठगने का काम पिछले कई सालों से करता आ रहा था। इस काम में कोटवार देवेन्द्र बया भी उसका साथ देता था। परंतु अवसर सिंह मामले में जब मृतक ने ही उन्हें रूपए वापस करने का दबाव बनाया तो दोनों ने उसे रास्ते से हटाने की योजना बनाई थी। बहरहाल हत्याकांड के बाद से ही फरारी काट रहे सरगुन दास पर चौतरफा दबाव बन रहा था, आशंका व्यक्त की जा रही है कि इसी दबाव के चलते उसने आत्महत्या की होगी। आज लोगों ने जब बीजापानी के जंगल में अज्ञात व्यक्ति का शव फांसी पर लटके देखा तो पुलिस को सूचना दी। इसके बाद मृतक की पहचान सरगुन दास मानिकपुरी के रूप में हुई।
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