पूरे देश में एक बार फिर कैश या नगदी को लेकर हाहाकार मचा हुआ है। लोग सोचने पर मजबूर हो गए हैं कि आखिर ये स्थिति कैसे आ गई? कि लोग रात-रातभर जागकर एटीएम में लाइन लगा रहे हैं और उनके हाथ में सिर्फ निराशा ही आ रही है, कैश नहीं। तो लोगों का गुस्सा जायज है। वहीं सरकार और आरबीआई इसे नोटबंदी से जोड़कर बिल्कुल नहीं देखना चाहती है। सरकार और आरबीआई ने तो दो दिन पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि कुछ राज्यों में ढाई-तीन महीने का कैश चार-पांच दिनों में ही निकाल लिए जाने से ये स्थिति आई। पर क्या सरकार का यह तर्क काफी है? लोगों का कहना है कि बिल्कुल नहीं। लोग तो चाहते थे कि पैसों निकालने के लिए सुविधा दे रही एटीएम उनकी छोटी-मोटी जरूरतों को पूरा करती रहे। पर इन चार-पांच दिनों में ड्राई एटीएम से खामोश बने बैठे हैं। 2000 के गायब होते गुलाबी नोट लोगों के लिए सपने की भांति हो गए हैं। जो आया और कहीं खो गया…
कैशलेस को लेकर एक बार फिर 8 नवंबर 2016…. रात 8 बजे याद रही है। जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को संबोधित करते हुए कहा कि रात बारह बजे से 500 और हज़ार रुपए के नोट कागज़ का टुकड़ा हो जाएंगे, यानी लीगल टेंडर नहीं रहेंगे. इस फैसले ने पूरे देश में भगदड़ की स्थिति बना दी, हर कोई एटीएम-बैंक के आगे घंटों लाइन में खड़ा रहा। इस बीच सरकार ने बाज़ार में 2000 रुपए का नया गुलाबी नोट निकाला, जिस पर काफी चर्चा और बहस हुई। अब ठीक 526 दिन बाद एक बार फिर स्थिति कुछ वैसी ही है. जो गुलाबी नोट आया था अब वह पूरी तरह से गायब होने की कगार पर है. देश में कैश को लेकर फिर से हाहाकार मचा है. एटीएम, बैंक हर जगह लोग कैश के लिए दर-दर भटक रहे हैं। एटीएम खाली है और उसकी वजह से लोगों की जेब भी, लेकिन इन 526 दिनों में ऐसा क्या हो गया कि 2000 का गुलाबी नोट आया और फिर इसकी इतनी किल्लत शुरू हो गई। आंकड़ों के मुताबिक इस समय मार्केट में 6.7 लाख करोड़ मूल्य के 2000 के नोट सर्कुलेशन में हैं. यह सर्कुलेशन में जारी कुल 18.04 लाख करोड़ मूल्य के नोटों का एक तिहाई हिस्सा है। वहीं पिछले साल 2017 के मध्य से ही सरकार ने 2000 के नोटों की छपाई बंद कर दी थी।
8 फीसदी एटीएम खाली, इन राज्यों में बढ़ा संकट
जानकारी के मुताबिक इस समय देश भर में सारे एटीएम में से आठ फीसदी एटीएम में कैश नहीं है. इस समय देश में कुल एटीएम के 25 फीसदी एटीएम स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के पास हैं और उसके भी 16 फीसदी एटीएम में पैसा नहीं है. सबसे ज्यादा उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, बिहार, झारखंड, गुजरात के बैंकों और एटीएम में कैश की दिक्कत सामने आ रही है और अब कहा जा रहा है कि दिल्ली, गाजियाबाद, नोएडा और गुडग़ांव भी इसकी चपेट में आ सकते हैं।
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