जगदलपुर। बीजापुर के जांगला पहुंचे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जब अपने हाथों से एक बुजुर्ग आदिवासी महिला को चरण पादुका पहनाई तो उपस्थित जनसमुदाय भाव विभोर हो उठे। प्रधानमंत्री की इस विनम्रता को देख लोगों ने खूब तालियां बजाईं। बताया जा रहा है कि ये महिला तेंदूपत्ता संग्राहक है। प्रधानमंत्री ने कुछ देर इस महिला से बात भी की। प्रधानमंत्री की इस विनम्रता ने एक बार फिर बकरी बेचकर शौचालय बनाने वाली स्व. कुंवर बाई की याद दिला दी। आपको बता दें कि छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले में 104 वर्षीय जिस बूढ़ी महिला कुंवर बाई ने अपने घर में शौचालय बनाने के लिए अपनी बकरियां बेच दी थी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 21 फरवरी 2016 के राजनांदगांव प्रवास के दौरान कुंवर बाई की विशेष सराहना करते हुए कहा था कि यह बदलते भारत का एक बड़ा संकेत है। पीएम ने बूढ़ी महिला कुंवर बाई के पैर भी छुए।
इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने कहा था कि ‘104 वर्षीय एक बूढ़ी महिला जो एक दूर दराज के गांव में रहती है, टीवी नहीं देखती ना ही समाचारपत्र पढ़ती है, लेकिन स्वच्छ भारत मिशन के तहत शौचालय बनाने का संदेश किसी ना किसी तरह उन तक पहुंच गया। उन्होंने अपने घर में शौचालय बनाने के लिए अपनी बकरियां बेच दी और गांव के अन्य लोगों को भी इसे बेचने के लिए प्रेरित किया।’ कुंवर बाई ने अपने घर में दो शौचालय बनाने के लिए 8-10 बकरियां बेची थी। इसके बाद उन्होंने अपने घर में बनाए गए शौचालयों को कुछ अन्य ग्रामीणों को दिखाना शुरू किया। साथ ही उन्हें इसके महत्व के बारे में जानकारी दी। अब गांव के घर-घर में शौचालय है।
यहाँ भी देखे – प्रधानमंत्री ने जब हल्बी भाषा में की भाषण की शुरूआत तो चौंक उठा जनसमुदाय, फिर बजी खूब तालियां…
Add Comment