जयपुर/आगरा। राजस्थान में बुधवार देर रात तेज आंधी के साथ हुई बारिश से तीन बच्चों सहित 11 लोगों की मौत हो गई तथा कई स्थानों पर बिजली के खम्भे और पेड़ गिरने से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया। प्रदेश में बैमोसम बारिश और अंधड़ से फसलों को काफी नुकसान पहुंचने की सूचना के मद्देनजर सरकार की ओर से जिला कलेक्टरों को सर्वे कराने की कार्यवाही भी शुरू कराने के निर्देश दिये हंै। अंधड़ और बारिश के कारण कुछ लोग घायल भी हुये है जिन्हें इलाज के लिये विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। अंधड और तेज बारिश का सर्वाधिक असर प्रदेश के भरतपुर, धौलपुर, भीलवाड़ा और उदयपुर रहा जहां कई जगह खंभे, मकान और पेड़ गिर गए। इनसे जुड़े हादसों में 11 की मौत हो गई। इनमें तीन बच्चे शामिल हैं। कुछ लोग जख्मी भी हुए हैं। सबसे ज्यादा असर भरतपुर जिले में देखने को मिला। धौलपुर जिले में 600 और भरतपुर में 400 से ज्यादा बिजली के खंभे गिर गए। इससे इन इलाकों में बिजली गुल हो गई।
इसी तरह आगरा में बुधवार देर शाम आई आंधी-तूफान और ओलावृष्टि से ब्रज क्षेत्र में 15 लोगों की मौत हो गई, वहीं 24 से ज्यादा लोग घायल हो गए. आंधी-तूफान ने पूरे मंडल में जमकर तबाही मचाई। भयंकर तूफान और आंधी का असर ताजमहल पर भी देखने को मिला। ताजमहल के प्रवेशद्वार के दो गुलदस्ता पिलर धाराशाई हो गए. भीमनगरी का मंच भी गिर गया. शाहगंज में मस्जिद की मीनार भी गिरी। रिपोर्ट के मुताबिक भयंकर आंधी-तूफ़ान में करीब 35 मिलीमीटर बारिश हुई और 40 मिनट तक ओले गिरते रहे। भयंकर तूफान से शहर से लेकर देहात तक सैकड़ों पेड़, होर्डिंग, टीनशेड, खंभे उखड़ गए. कई जगह मकान और दीवारें ढह गईं. आगरा आठ, मथुरा में चार और फिरोजाबाद में लोगों की मौत हो गई। बता दें यूपी के मौसम में आए बदलाव और आंधी-तूफान का कहर देखने को मिला. आंधी-तूफान से सूबे में अब तक 35 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है।
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