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देश के 10 जिलों में कोरोना के सबसे ज्यादा एक्टिव केस, 8 सिर्फ महाराष्ट्र से… लिस्ट में दिल्ली का भी नाम… और छत्तीसगढ़ भी…

कोविड-19 से सर्वाधिक प्रभावित 10 जिलों में दिल्ली एक जिले के रूप में लिया गया है, अन्य आठ जिले महाराष्ट्र से हैं- मुंबई, नागपुर, ठाणे, नासिक, औरंगाबाद, बेंगलुरु शहरी, नांदेड़, अहमदनगर बाकी जिले हैं. कोविड मामलों का एक्टीव दर 5.65% है. महाराष्ट्र का साप्ताहिक औसत 23% है. देश में कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं, लेकिन महाराष्ट्र से सबसे ज्यादा नए मामले सामने आ रहे हैं. पंजाब का साप्ताहिक औसत 8.82%, छत्तीसगढ़ का 8%, मध्य प्रदेश का 7.82%, तमिलनाडु का 2.50%, कर्नाटक का 2.45%, गुजरात का 2.2% और दिल्ली का 2.04% है.केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने इस बात की जानकारी दी.

हमने राज्यों के 47 जिलों से बात की. उन्हें निवेदन किया कि अगर केस बढ़ रहे हैं तो टेस्ट की संख्या क्यों नही बढ़ रही है. आरटीपीसीआर टेस्ट RTPCR पर फोकस करने को कहा है. घनी आबादी वाले इलाकों में रैपिड टेस्ट के लिए बोला है. प्रभावी और तुरंत पॉजिटिव आने वालों को आइसोलेशन करने को कहा गया है लेकिन ये देखा गया कि जो लोग घर पर आइसोलेशन में हैं वो बाकी लोगो से मिल रहे हैं या नहीं?

आइसोलेशन में दिल्ली की अच्छी पकड़
आइसोलेशन में दिल्ली ने अच्छा किया है. क्लोज कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग पहले 3 तीन दिन में होनी चाहिए यानी वो लोग जो सम्पर्क में आये हैं लेकिन देखा जा रहा है कि ट्रैक नही किया जा रहा है ठीक से. राज्यों से कहा गया कि पब्लिक और निजी अस्पतालों को कोविड डेडिकेटेड करने को क्योंकि केस कम होने के साथ कोविड अस्पतालों को आम मरीजों के लिए खोल दिए गए थे.

कोविड अप्रोप्रियट बिहैवियर को इंफोर्स करने की जरूरत है जिसमे फाइन से लेकर, कानून का इस्तेमाल करना और जागरूकता अभियान चलाना शामिल है. राज्यों से कहा गया कि नए केस का सर्ज देखा जा रहा है उनका कवरेज होना चाहिए. दस नेशनल लैब हैं उनमें 11064 जीनोम सीक्वेंस किया गया जिसमे 807 यूके वेरियंट हैं. 46 साउथ अफ्रीकन वेरियंट1 ब्राजीलयन वेरियंट 1 अप्रैल से 45 साल से ऊपर वालों को वैक्सीन देनी शुरू होगी.

प्रशासक के सलाहकार मनोज परिदा ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की तरफ से काफी प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन नमूनों की संख्या कम होने की वजह से वह जांच को बढ़ा नहीं पा रहे हैं. उन्होंने कहा कि पीजीआई और जीएमसीएच-32 को आरटीपीसीआर जांच की क्षमता बढ़ाने के लिए कहा गया है.

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