नई दिल्ली। भारत बंद के दौरान मध्यप्रदेश के ग्वालियर-चंबल संभाग में भड़की हिंसा में ग्वालियर में दो, डबरा व मुरैना में एक-एक और भिंड में दो लोगों की गोली लगने से मौत हो गई। ग्वालियर में 22 लोग सिर्फ गोली लगने से व दो सैकड़ा के करीब लाठी-सरियों के हमले में घायल हो गए। वहीं भिंड व मुरैना में भी उपद्रव के दौरान आधा सैकड़ा के लगभग लोगों के घायल होने की सूचना है।
डबरा में एडीशनल एसपी राजेश त्रिपाठी पर उपद्रवियों ने जानलेवा हमला कर दिया। हिंसा में लगभग आधा सैकड़ा पुलिसकर्मी भी चोटिल हुए हैं। मुरैना व डबरा में बंद समर्थकों ने रेल की पटरियों की फिश प्लेटे निकाल दीं, जिससे रेल यातायात पूरी तरह ठप हो गया। ग्वालियर, भिंड व मुरैना के दर्जनभर थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगाने के साथ-साथ दोनों संभागों में धारा 144 लागू कर दी गई है। वहीं इंटरनेट सेवाएं भी मंगलवार तक के लिए बंद कर दी गई हैं।
एससी-एसटी एक्ट के तहत दर्ज मामलों में सीधी गिरफ्तारी पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले का विरोध करने एससी-एसटी संगठन से जुड़े तमाम लोग सोमवार को सुबह 8 बजे से ही सड़कों पर उतर आए। ग्वालियर में उपद्रवियों ने पहले सड़कों से निकल रहे वाहनों को अपना निशाना बनाया। इसके बाद थाटीपुर, मुरार, गोला का मंदिर क्षेत्र में लोगों के घरों में घुसकर तोडफ़ोड़, महिलाओं से अभद्रता व मारपीट शुरू कर दी। पुलिस बल की कमी के कारण उपद्रवियों पर तत्काल काबू नहीं पाया जा सका, नतीजे में ग्वालियर महानगर के उपनगर मुरार व आसपास के पूरे क्षेत्र में हिंसा भड़क गई।
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