4 मासूमों की मौत का जिम्मेदार कौन... मेडिकल कॉलेज प्रबंधन की व्यवस्था पर उठे बड़े सवाल, पिछले साल 7 नवजात ने तोथा था दम... » द खबरीलाल                  
छत्तीसगढ़ सरगुजा स्लाइडर

4 मासूमों की मौत का जिम्मेदार कौन… मेडिकल कॉलेज प्रबंधन की व्यवस्था पर उठे बड़े सवाल, पिछले साल 7 नवजात ने तोथा था दम…

सरगुजा जिला मुख्यालय स्थित शासकीय मेडिकल काॅलेज अस्पताल के एसएनसीयू में एक साल के भीतर दूसरी बार फिर से कुछ ही घंटों में 4 नवजात की मौत के बाद अस्पताल प्रबंधन सवालों के घेरे में है। पिछले साल भी अक्टूबर में एक ही दिन में चार नवजात की मौत हुई थी और इसके बाद इस तरह की घटना की पुनरावृति न हो, इसके लिए कई बदलाव किए गए, लेकिन इस पर अमल नहीं हुआ। इसी का नतीजा है कि साल भर के भीतर दूसरी बार एसएनसीयू नवजात की मौत के बाद सुर्खियों में है।

इस बार मौत की वजह एसएनसीयू में बिजली आपूर्ति सही तरीके से नहीं बताया जा रहा है। बिजली आपूर्ति बाधित होने की बात अस्पताल प्रबंधन के साथ स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव भी स्वीकार कर रहे हैं। जब सिंहदेव ने सीएस से ड्रयूटी रजिस्टर दिखाने को कहा तो जवाब मिला रजिस्टर नहीं है। कलेक्टर कुंदन कुमार समेत तमाम अफसर घटना की जानकारी मिलते ही अस्पताल पहुंच गए।

कलेक्टर ने अस्पताल प्रबंधन की दो घंटे तक बैठक ली। इसके बाद एएसपी विवेक शुक्ला ने भी बंद कमरे में एसएनसीयू के डाॅक्टरों व कर्मियों से बात की। वहीं पूर्व राज्यसभा सांसद रामविचार नेताम ने कहा स्वास्थ्य मंत्री के गृह नगर में ऐसी दुर्दशा शायद ही कहीं होगी। स्वास्थ्य मंत्री को घटना की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए तत्काल अपने पद से इस्तीफा देना चाहिए।

इलाज के लिए मीटिंग का शेड्यूल तय, लेकिन अमल नहीं
मेडिकल काॅलेज अस्पताल में एक साथ चार नवजातों की मौत की घटना पहली बार नहीं हुई। पिछले साल 16 अक्टूबर को एक दिन में 4 मौत और तीन दिन में कुल सात मौतें हुई थी। उस समय भी काफी हंगामा हुआ था और दिल्ली का अपना कार्यक्रम छोड़कर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव अंबिकापुर पहुंचे थे। तब मामले में जांच के बाद किसी पर कार्रवाई की बात सामने नहीं आई। बाद में एसएनसीयू में 5 वेंटीलेटर लगा इनकी संख्या 6 की गई। इसके साथ एसएनसीयू में इलाज और मौत पर हर दिन मीटिंग का शेड्यूल तय किया, लेकिन हुआ कुछ नहीं। एक साल बाद फिर चार नवजातों की जान चली गईं।

रायपुर के विशेषज्ञ की निगरानी में बनाई जांच टीम : सिंहदेव
स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव स्वास्थ्य सेक्रेटरी के साथ अस्पताल पहुंचे। जांच के लिए रायपुर मेडिकल काॅलेज के शिशु रोग विशेषज्ञ ओमकार बड़वाल के नेतृत्व में टीम बनाई है। 48 घंटे में रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी। मंत्री ने ड्यूटी रोस्टर मांगा तो वह उपलब्ध नहीं था। यह काफी गंभीर है और जांच में इन बिंदुओं को भी रखा गया है।