क्राइमवायरल

ताबीज बनाने में काम आती थी फेवीक्विक, तांत्रिक ने कपल पर डाला और चाकू से गोदकर किया कत्ल

राजस्थान के उदयपुर में हुए डबल मर्डर के मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है. केलाबावड़ी के जंगलों में 18 नवंबर को एक युवक-युवती की नग्न लाश मिली थी. दोनों की हत्या 15 नवंबर को की गई थी. दोनों की जातियों और हत्या की परिस्थितियों को देखकर मामला ऑनर किलिंग का लग रहा था. हालांकि, पुलिस की जांच में अवैध संबंध और तांत्रिक के बदला लेने की खौफनाक साजिश का पर्दाफाश हुआ. जानिए क्या है मामला, कैसे तांत्रिक ने अंजाम दी वारदात और पुलिस ने कैसे खोला केस…

आदिवासी समुदाय से आने वाला मृतक राहुल मीणा सरकारी स्कूल में अध्यापक था. वह शादीशुदा होने के साथ ही 2 बच्चों का पिता था. वहीं, राजपूत समुदाय से आने वाली सोनू कुंवर भी शादीशुदा थी, लेकिन अपने पति से अलग रहती थी. उसने अपने पति के खिलाफ कोर्ट में एक प्रार्थना पत्र भी लगा रखा है. लड़की के पिता सिलाई और मजदूरी करते हैं. सोनू भी सिलाई का काम करती थी.

तांत्रिक के यहां मिले थे युवक युवती
राहुल और सोनू का परिवार तांत्रिक के यहां आता था. यहीं करीब पांच महीने पहले दोनों की मुलाकात हुई और उनके रिश्ते आगे बढ़ने लगे. दोनों ने अपने फोन नंबर एक दूसरे को दिए और दोनों के बीच धीरे-धीरे शारीरिक संबंध बनाने लगे. इस रिश्ते के बाद से राहुल पत्नी से झगड़ा करने लगा.

उसकी पत्नी ने तांत्रिक भालेश जोशी से मदद मांगी, तो उसने राहुल और सोनू के बारे में उसे सब कुछ बता दिया. उनके अलग होने पर तांत्रिक ने सोनू से नजदीकियां बढ़ानी शुरू कर दीं. जब राहुल को यह पता चला, तो उसने और सोनू ने तांत्रिक को बदनाम करने की धमकी दी.

तांत्रिक ने बदला लेने के लिए रची साजिश
आरोपी तांत्रिक भालेश इच्छापूर्ण शेष नाग बावजी मंदिर भादवीगुड़ा का पुजारी था. वह मूल रूप से पादरड़ी बड़ी, सागवाड़ा डूंगरपुर हाल सुखाडिया नगर यूनिवर्सिटी रोड का रहना वाला है. वह 7-8 साल से मंदिर में कष्ट निवारण के लिए लोगों को डोरा-ताबीज बनाकर देता था और अंगूठा दबाकर सच बताने का दावा किया करता था. इसकी वजह से लोग उसका सम्मान करते थे और उसकी प्रतिष्ठा थी.

राहुल और सोनू के धमकी देने के बाद तांत्रिक भालेश को लगा कि कहीं इनकी वजह से उनका नाम न खराब हो जाए.लिहाजा, दोनों को सबक सिखाने और रास्ते से हटाने का षड्यंत्र रचा. वह 15 नवंबर की शाम को राहुल को युवती से अंतिम बार मिलवाने की बात कहकर सुखाडिया सर्कल से साथ ले गया. रास्ते से सोनू कुंवर को बाइक पर बैठाकर उबेश्वरजी की तरफ ले गया.

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