नई दिल्ली. भारतीय क्रिकेट के इतिहास की बात करें, तो यहां स्पिन गेंदबाजों का अधिक बाेलबाला रहा है. इनमें में से एक दिग्गज ऑफ स्पिनर आर अश्विन (R Ashwin) के लिए आज का दिन खास है. वे 36 साल के हो गए हैं. वे टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में भारत के दूसरे सबसे सफल गेंदबाज हैं. टी20 वर्ल्ड कप (T20 World Cup 2022) के लिए उन्हें भारतीय टीम में जगह भी मिली हुई है. क्रिकेट के मैदान के अलावा वे इंजीनियर भी हैं. यानी उन्होंने बीटेक की डिग्री हासिल की हुई है. वे ऐसा करने वाले चुनिंदा भारतीय क्रिकेटरों में से एक हैं. वे टेस्ट में 442 विकेट ले चुके हैं और पूर्व कप्तान कपिल देव से इस मामले में आगे हैं.
तमिलनाडु के रहने वाले आर अश्विन ने करियर की शुरुआत बतौर तेज गेंदबाज की थी और वे बतौर ओपनर भी खेलते थे. बाद में उन्होंने अपनी बॉलिंग की स्टाइल में बदलाव किया और स्पिन गेंदबाज बने. वे टेस्ट क्रिकेट में भारत की ओर से सबसे कम पारियों में 50 विकेट, 100, 150 से लेकर 400 विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं. वे 2016 में आईसीसी क्रिकेटर ऑफ ईयर बनने वाले भारत के सिर्फ तीसरे खिलाड़ी बने थे.
कोई नहीं कर सके ऐसा
आर अश्विन टेस्ट में कम से कम तीन मौकों पर शतक लगाने के बाद 5 विकेट भी ले चुके हैं. वे ऐसा करने इकलौते भारतीय क्रिकेटर हैं. 2016 में वे टी20 इंटरनेशनल में 50 विकेट तक पहुंचने वाले पहले भारतीय गेंदबाज बने थे. वे आईपीएल में भी लंबे समय तक चेन्नई सुपरकिंग्स की ओर से खेले. वे वर्ल्ड कप के अलावा चैंपियंस ट्रॉफी, आईपीएल और चैंपियंस लीग टी20 का खिताब भी जीत चुके हैं.
30 बार 5 विकेट
आर अश्विन ने 86 टेस्ट में 24 की औसत से 442 विकेट लिए हैं. 30 बार 5 और 7 बार 10 विकेट लेने का कारनामा किया है. वे 5 शतक और 12 अर्धशतक के सहारे 2931 रन भी बना चुके हैं. वे भारत की ओर टेस्ट क्रिकेट में सबसे अधिक विकेट लेने के मामले में दूसरे नंबर पर हैं. पूर्व लेग स्पिनर अनिल कुंबले 619 विकेट के साथ पहले नंबर पर हैं. मार्च 2022 में अश्विन ने कपिल देव को पछाड़कर दूसरा स्थान हासिल किया था. कपिल ने 434 विकेट लिए हैं.
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