कवर्धा. शहर के मिनीमाता चौक के पास सकरी नदी पर 90 मीटर लंबा पुल बनाया गया है। नवनिर्मित इस पुल का लोड टेस्टिंग नहीं हुआ है और न ही एप्रोच रोड का काम पूरा हो पाया है। इसके बावजूद नेशनल हाईवे पर बने इस पुल पर भारी वाहनों का आवागमन शुरू कर दिया है। नवनिर्मित पुल को मेन रोड से जोड़ने एप्रोच रोड बनाया जा रहा है। इस एप्रोच रोड को बनाने के लिए 1 महीने की मोहलत दी गई थी।
इस बीच एक महीने तक हाईवे के ट्रैफिक को डायवर्ट किया गया था। रायपुर व जबलपुर (मप्र) से आने वाले भारी वाहन शहर के बीच वीर स्तंभ चौक से अंबेडकर चौक व राजमहल चौक से होकर गुजर रहे थे। इससे शहर के भीतर ट्रैफिक की स्थिति बन रही थी। इससे बचने के लिए आधे- अधूरे एप्रोच रोड के साथ पुल पर भारी वाहनों का आवागमन चालू करा दिए हैं। इससे निर्माणाधीन एप्रोच रोड को नुकसान है। क्योंकि हाईवे पर लगातार भारी वाहनों के गुजरने से बनते ही एप्रोच रोड उखड़ने लगेगी। इधर एक माह में एप्रोच रोड का काम पूरा नहीं करने पर ठेकेदार के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
ब्रिटिश काल में बने पुल को तोड़कर नया बनाए
ब्रिटिश काल में बिछाई गई रायपुर- जबलपुर नेशनल हाईवे पर वर्ष 1933 में बने पुल को तोड़कर नया बनाया गया है। पूर्व में बना पुल करीब 2.43 मीटर ऊंचा और मात्र 30 मीटर लंबा है। पुल की चौड़ाई कम होने से एक बार में एक ट्रक या चारपहिया वाहन गुजर पाता था।
कबीरधाम से व्यापार के सिलसिले में दूसरे जिलों में गाड़ियां इसी पुल से होकर जाती हैं
एनएच- 30 पर यह पुल व्यापारिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है। राजधानी रायपुर समेत प्रदेश के दीगर जिलों से व्यापार के सिलसिले में गाड़ियां इसी पुल से होकर जबलपुर, मंडला, बिछिया पहुंचते हैं। यह पुल पहले वन-वे था। अब पुल पर टू-लेन सड़क बनने से आवाजाही आसान होगी।
मिनीमाता चौक पर ट्रैफिक सिग्नल लगना प्रस्तावित था। पुल के बन जाने से सिग्नल लाइट लगाने का रास्ता खुल गया है। ऐसा होने पर मिनीमाता चौक पर सिग्नल पर लाल, पीली व हरी बत्ती के इशारे पर गाड़ियां चलेंगी। इससे रफ्तार पर लगाम लग सकेगी।
मिनीमाता चौक के पास सकरी नदी पर पुल बनने से अब सड़क चौड़ीकरण हो सकेगी। अभी मिनीमाता से जोराताल चौक तक सिंगल लेन सड़क है। नेशनल हाईवे होने से भारी वाहनों का दबाव रहता है। सड़क चौकी होने से तालपुर, जोराताल, समनापुर व नेवारी के लोगों को फायदा मिलेगा।
अफसरों का दावा : 77 टन तक लोड ले सकता है पुल
नवनिर्मित इस पुल का लोड टेस्टिंग होना बाकी है। अफसरों का दावा है कि यह पुल 77 टन तक लोड ले सकता है। इस दौरान लोडिंग से पुल की झुकाव सीमा 3 से 4 एमएम निर्धारित है। इससे ज्यादा का झुकाव मान्य नहीं है। यह पता तब चलेगा, जब लोड टेस्टिंग होगी। एप्रोच रोड अधूरा होने से फिलहाल टेस्टिंग की तारीख तय नहीं की गई है। इसकी वजह से भी जोखिम और बढ़ गया है।
नए पुल पर 1.5 फीट का फुटपाथ दोनों तरफ
मिली जानकारी के मुताबिक मिनीमाता चौक पर बना नया पुल 90 मीटर लंबा है। पुल को मजबूती देने हर 11 मीटर पर पिलर खड़े गए गए हैं। इसकी चौड़ाई 16 मीटर है। टू- लेन होने से दोनों ओर से भारी वाहन आसानी से गुजर सकते हैं। साथ ही पैदल चलने वालों के लिए पुल के दोनों ओर डेढ़- डेढ़ फीट का फुटपाथ बना है।
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