नई दिल्ली. भारतीय शेयर बाजार (Stock Market) में जारी गिरावट का सिलसिला खत्म नहीं हो रहा है. इस सप्ताह लगातार तीन कारोबारी सत्र में नुकसान झेलने के बाद आज भी बाजार के गोता लगाने की आशंका दिख रही है.
सेंसेक्स ने पिछले सत्र में 276 अंकों का नुकसान झेला और 54,086 पर बंद हुआ. निफ्टी भी 73 अंक टूटकर 16,167 पर पहुंच गया. एक्सपर्ट का कहना है कि ग्लोबल मार्केट के दबाव में आज भी निवेशक बिकवाली की ओर भागेंगे और चौथे सत्र में भी बाजार नुकसान के साथ बंद होगा. पिछले चार सत्र में निवेशकों के करीब 13 लाख करोड़ रुपये डूब चुके हैं. घरेलू कारणों के अलावा आज बाजार को कई ग्लोबल फैक्टर भी प्रभावित करेंगे.
अमेरिका और यूरोपीय बाजारों का हाल
अमेरिका ने बुधवार देर शाम अप्रैल के महंगाई के आंकड़े जारी किए, जो थोड़ा गिरकर 8.3 फीसदी रहे. एक महीने पहले यानी मार्च में यह 8.6 फीसदी था. इससे अमेरिका के शेयर बाजार में ब्याज दरें और बढ़ने की आशंका बढ़ गई और निवेशक बिकवाली पर उतर आए. मुनाफावसूली की वजह से प्रमुख स्टॉक एक्सचेंज Nasdaq पर 3.18 फीसदी की बड़ी गिरावट दिखी.
दूसरी ओर, यूरोपीय बाजारों में लगातार दूसरे सत्र में तेजी दिखी. यूरोप के सभी प्रमुख शेयर बाजार बुधवार के कारोबार में तेजी के साथ बंद हुए. जर्मनी का स्टॉक एक्सचेंज 2.17 फीसदी की बढ़त पर बंद हुआ तो फ्रांस के शेयर बाजार में 2.50 फीसदी का उछाल आया. इसके अलावा लंदन स्टॉक एक्सचेंज भी 1.44 फीसदी की बढ़त पर बंद हुआ था.
एशियाई बाजारों में दिखी गिरावट
एशिया के अधिकतर बाजारों में आज सुबह के कारोबार में गिरावट दिख रही है. सिंगापुर का स्टॉक एक्सचेंज 1.06 फीसदी नुकसान पर कारोबार कर रहा तो जापान का निक्केई 0.91 फीसदी नीचे ट्रेडिंग कर रहा है. ताइवान के बाजार में भी 0.71 फीसदी का नुकसान दिख रहा है, जबकि दक्षिण कोरिया का शेयर बाजार 0.12 फीसदी नुकसान पर है. आज के कारोबार में चीन का शंघाई कंपोजिट पर लाल निशान पर है और 0.01 फीसदी गिरावट दिख रही है.
विदेशी निवेशकों ने 3,609 करोड़ निकाले
भारतीय शेयर बाजार से विदेशी निवेशकों की धन निकासी का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है. बुधवार के कारोबार में भी विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) ने बाजार से 3,609.35 करोड़ रुपये शेयर बेचकर निकाल लिए. हालांकि, इस दौरान घरेलू संस्थागत निवेशकों ने 4,181.20 करोड़ रुपये के शेयरों की खरीदारी कर ली, लेकिन बाजार में आई गिरावट को नहीं टाला जा सका.
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