
भिलाई। इस्पात नगरी में स्वाईन फ्लू से दूसरी मौत हो गई है। इसके बाद लोगों में स्वाईन फ्लू फैलने का डर सताने लगा है। पिछले साल बरसात के मौसम में डेंगू फैलने से कई लोगों की मौत हो गया था। उसके कुछ ही माह बाद स्वाईन फ्लू से भी कुछ लोगों की मौत हो गई थी।
शहर वासियों का कहना है कि भिलाई शहर साफ-सफाई व हरियाली के नाम से जाना जाता है उसके बावजूद साल दर साल स्वाईन फ्लू व डेंगू जैसे बीमारियों के चलते लोगों की जान जाना निगम कर्मियों की लापरवाही को दर्शाता है।
शहर के कई क्षेत्रों में लंबे समय से खटालों को हटाने की मांग रहवासियों द्वारा उठती रही है लेकिन इस पर ध्यान नही देने के चलते कई वार्डो में गंदगी पसर रही है और बरसात के समय खटोलों का गोबर सड़क पर छोड़ देने के चलते लोगों का पैदल चलना मुश्किल हो जाता है।
टंकी मरौदा ,स्टेशन मरौदा,नेवई भांठा,रिसाली भांठा जैसे क्षेत्रों में निगम के कर्मचारी कभी कभार ही सड़क व नालियों की सफाई करते है वही मच्छरों को नष्ट करने के लिए फांगिग मशीन भी साल में एक या दो बार चलायी जाती है व क्षेत्र में सुअर पालन कर खुले में छोड़ देने के चलते डेंगू व स्वाईन फ्लू जैसे जान लेवा बीमारी की चपेट में आ रहे है।
लोगों ने शासन -प्रशासन से मांग की है कि भिलाई के सभी वार्डों में नालियों व सड़कों की सफाई पर विशेष रुप से ध्यान दे व मच्छरों को नष्ट करने के लिये स्वच्छता अभियान चलाकर फांगिग मशीन चलाए, ताकि शहरवासी बीमारियों की चपेट में ना आकर स्वस्थ्य जीवन जी सके।
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