यात्रीगण कृपया ध्यान दें…मुगलसराय जंक्सन अब…पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन के नाम से जाना जाएगा
लखनऊ। यूपी में नाम बदलने की राजनीति नई नहीं है। सभी सरकरों में अपनी सुविधा के हिसाब से नाम बदले हैं। अब भाजपा सत्ता पर काबिज है। उनके कार्यकाल में रेलवे का मुगलसराय जंक्शन अब पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन के नाम से जाना जाएगा। योगी आदित्यनाथ सरकार ने नोटिफेकशन जारी कर दिया है। इसे रेल मंत्री पीयूष गोयल ने ट्वीट किया है। पंडित दीन दयाल बीजेपी के प्रेरणास्त्रोत हैं। 11 फरवरी 1968 को मुगलसराय रेलवे स्टेशन के निकट चलती रेलगाड़ी में उनकी संदिग्ध परिस्थितियों में आकस्मिक मौत हो गई थी।
अगस्त 2017 में केंद्र ने उत्तर प्रदेश सरकार की सिफारिश पर मुगलसराय रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर भारतीय जनसंघ के नेता रहे दीनदयाल उपाध्याय के नाम पर करने की अपनी संस्तुति दे दी थी। योगी सरकार ने उपाध्याय की विरासत को पुनर्जीवित करने की कोशिश के तहत यह प्रस्ताव दिया था। तर्क यही दिया गया था कि उपाध्याय की मुत्यु 1968 में इसी जंक्शन पर हुई थी। हालांकि, इस बदलाव के पीछे सरकार की सियासी वजहें भी हैं. गौर करने वाली बात यह भी है कि मुगलसराय पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री का जन्म स्थान भी है. इलाहाबाद का नाम भी कुंभ से पहले प्रयागराज करने की चर्चा है।
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