रायपुर। विघुत नियामक आयोग की बैठक में महंगी बिजली को लेकर कांग्रेसियों ने आयोग के कार्यालय में पर्चे फेंके और नारे लगाए। कांग्रेसियों ने कहा कि नियामक आयोग सरकार के कहने पर चल रहा है और उसका आम लोगों के कोई मतलब नहीं है। बिजली बेचने वाले राज्य में लोग बेतहाशा बिजली के मू्ल्य में बढ़ोतरी से परेशान है। बुधवार को नियामक आयोग के दफ्तर में दावा-आपत्ति के लिए लोगों को बुलाया गया था। इसी दौरान कांग्रेसियों ने अपनी बात रखते हुए कहा कि राज्य में बिजली की कीमत कम होनी चाहिए।
जिस प्रदेश में बिजली सरप्लस है वहां इतनी महंगी बिजली लोगों के साथ छलावा है। आयोग में सुनवाई शुरु होते ही कांग्रेसियों ने नारा लगाना शुुरु कर दिया। कांग्रेसियों ने जनसुनवाई बंद की बात कहते हुए कहा कि हमारा कोयला हमारा पानी, महंगी बिजली नहीं चलेगी। कांग्रेसियों ने सवाल उठाया कि इससे पहले जो जनसुनवाई हुई थी उसमें जो आपत्तियां की गई थी उसका क्या है। जब बात पूरे देश की है तो राजधानी में कैसे एक बंद कमरे में सुनवाई हो सकती है।
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