
रायपुर: प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी फाल्गुन पूर्णिमा के शुभ अवसर पर देश का प्रमुख त्यौहार होली मनाने के लिए लोग जोर-शोर से रंग गुलाल खेलकर अपनी खुशियों का इजहार कर रहे हैं। ज्ञातव्य है कि कोरोना महामारी के कारण विगत दो वर्षों से लॉकडाउन के चलते होली का त्यौहार नहीं मना पाने के कारण राजधानी सहित प्रदेशवासी उदास थे।
कोरोना का संक्रमण कम होने के बाद ही लोगों में होली को लेकर जमकर उत्साह है। विभिन्न संगठनों द्वारा विगत 4-5 दिनों से होली मिलन समारोह का आयोजन किया जा रहा है। शहर में रंग-गुलाल पिचकारी खरीदने के लिए बाजारों में होलियारों की भीड़ होने के कारण अनेकों बार जाम की स्थिति बन रही है।
मिली जानकारी के अनुसार इस बार होलिका दहन महामाया मंदिर पुरानी बस्ती के पंडित मनोज शुक्ला के अनुसार भद्रा दोपहर एक बजकर 29 मिनट से मध्य रात्रि एक बजकर 9 मिनट तक पृथ्वी लोक में होने से होलिका दहन उक्त अवधि के बाद ही करना सर्वोत्तम होगा।
पंडित शुक्ला के अनुसार अशुभ तिथि में शुभ का कार्यो का करना शास्त्रीय मान्यता के अनुसार वर्जित है। भद्रा के स्वामी यमराज होते हैं। उक्त तिथि में किया गया कार्य मृत्यु सूचक होता है। रंग खेलने के लिए 18 मार्च शुक्रवार को उदयकालीन तिथि से दिनभर रंग खेलना होलियारों के शुभ बताया गया है।