पब्लिक प्रोविडेंट फंड में निवेश करने वालों के लिए एक बुरी खबर है. सरकार ने PPF के लिए इंट्रेस्ट रेट में कटौती का ऐलान किया है.1 अप्रैल से शुरू हो रहे नए वित्त वर्ष की पहली तमाही (1 अप्रैल से 30 जून 2021) के लिए इंट्रेस्ट रेट को 7.1 फीसदी से घटाकर 6.4 फीसदी कर दिया गया है. यह 1 अप्रैल से 30 जून 2021 तक लागू रहेगा. इंट्रेस्ट का कैलकुलेशन सालाना आधार पर होगा.
इसके अलावा भी तमाम सेविंग्स स्कीम्स के लिए इंट्रेस्ट रेट में कटौती किया गया है. किसान विकास पत्र के लिए इंट्रेस्ट रेट 6.9 फीसदी से घटाकर 6.2 फीसदी कर दिया गया. नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट के लिए इंट्रेस्ट रेट 6.8 फीसदी से घटाकर 5.9 फीसदी कर दिया गया. सीनियर सिटीजन सेविंग्स स्कीम्स के लिए इंट्रेस्ट रेट 7.4 फीसदी से घटाकर 6.5 फीसदी कर दिया गया है.
इसमें तीन स्तर पर टैक्स में छूट मिलती है
Public Provident Fund (PPF) आज की तारीख में निवेश का शानदार विकल्प है. इसकी शुरुआत 1968 में की गई थी. पिछले 53 सालों से यह निवेशकों को लुभाता रहा है. इसकी सबसे बड़ी खासियत ये है कि यह सेविंग स्कीम के साथ-साथ टैक्स सेविंग स्कीम भी है. यह EEE कैटिगरी के अंतर्गत आता है. यह एक लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट स्कीम है जिसमें हर साल निवेश कर आप टैक्स में डिडक्शन का लाभ उठा सकते हैं. जब यह मैच्योर होता है तो मैच्योरिटी अमाउंट और इंट्रेस्ट इनकम दोनों पूरी तरह टैक्स फ्री है. रिटर्न की बात करें तो वह गारंटीड है. ऐसे में आपको पता होता है कि आपका निवेश कितना हो गया है.
कम से कम 500 रुपए निवेश करने होंगे
वर्तमान में पब्लिक प्रोविडेंट फंड पर इंट्रेस्ट रेट 7.1 फीसदी है जिसे वित्त वर्ष 2021-22 के लिए घटाकर 6.4 फीसदी कर दिया गया है. इसमें कम से कम एक साल में 500 रुपए और अधिकतम 1.5 लाख रुपए निवेश कर सकते हैं. यह स्कीम 15 सालों की है. इससे आगे उसे 5-5 सालों के ब्लॉक में बढ़ाया जा सकता है.
PPF अकाउंट पर लोन और आंशिक निकासी की सुविधा
PPF अकाउंट होल्डर को लोन की भी सुविधा मिलती है. तीसरे और पांचवें साल में यह सुविधा मिलती है. यह दूसरे साल में जमा रकम का अधिकतम 25 फीसदी तक हो सकता है. वैसे तो इसके लिए लॉक-इन पीरियड 15 सालों का है, लेकिन 6 साल पूरा होने पर सातवें साल से आंशिक निकासी की सुविधा दी गई है. एक कंट्रीब्यूटर अपने फंड में जमा राशि का अधिकतम 50 फीसदी तक निकाल सकता है.
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