नई दिल्ली । चीन के हुबेई प्रांत के वुहान शहर में साल 2019 में कोरोना संक्रमण का पहला मामला सामने आया था और फिर इस वायरस ने पूरी दुनिया में पैर पसार लिए। चीन में कोरोना वायरस की भयावहता देखकर अन्य देश भी सतर्क होने लगे और एक-दूसरे के यहां आने-जाने पर पाबंदियां लगाने लगे। लेकिन फिर भी देखते ही देखते कोरोना वायरस का संक्रमण दुनिया के हर देश में बीते एक साल में पहुंच गया। अमेरिका, रूस, ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी सहित भारत में भी कोरोना वायरस जनवरी 2020 में पहुंच गया था।
जब भारत में तेजी से संक्रमण फैलने लगा तो केंद्र सरकार ने आज ही दिन बीते साल 24 मार्च के देशव्यापी लॉकडाउन लगाने का फैसला किया था। इस बाद तो जैसे लोगों की जिंदगी ही बदल गई। महीनों घरों में कैद रहकर लोगों ने अपने दिन गुजारे। आज देशव्यापी लॉकडाउन पूरे हो चुके हैं। आइए जानते हैं इस बीते एक साल में किन दिक्कतों से गुजरा है देश… पूरे घटनाक्रम के एक बार फिर याद करके सबक लेते हैं –
– 30 जनवरी, 2020 को भारत में पहला कोरोना वायरस का पहला मामला केरल में 30 जनवरी, 2020 को सामने आया था।
– मोदी सरकार ने देश में जनता कर्फ्यू का ऐलान किया। प्रधानमंत्री मोदी की अपील के साथ ही भारतीय रेलवे, दिल्ली मेट्रो, सभी एयरलाइंस, मॉल, मूवी थियेटर्स, ट्रांसपोर्ट्स सर्विस ने भी जनता कर्फ्यू का समर्थन किया।
– लॉकडाउन का पहला चरण घोषित किया गया। 24 मार्च देर रात पूरे देश में लॉकडाउन की घोषणा की गई। पूरा देश घरों में कैद हो गया।
– सार्वजनिक जगहों को बंद दिया गया। कोरोना से संबंधित गाइडलाइन का सख्ती से पालन किया जाने लगा।
– 24 मार्च 2020 तक कोरोना के 564 मामले सामने आए थे और देश कोरोना से 10 लोगों की मौत हो चुकी थी।
– 26 मार्च 2020 को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 170 हजार करोड़ रुपए के प्रोत्साहन पैकेज की घोषणा की।
– 29 मार्च रेलवे ने स्पेशल ट्रेनें चलाने की घोषणा की ताकि लोग अपने घरों तक सुरक्षित पहुंच सके।
– 31 मार्च 2020 को दिल्ली का निजामुद्दीन इलाके में तबलीगी मरकज में बड़ी संख्या में कोरोना संक्रमित मिले।
– 5 अप्रैल हेल्थ वर्कर और कोरोना वॉरियर्स के सम्मान में लोगों ने घरों में बिजली बंद कर दीपक जलाए।
– 14 अप्रैल 2020 को मोदी सरकार ने लॉकडाउन की अवधि 3 मई तक के लिए फिर बढ़ा दी।
– 16 अप्रैल 2020 तक देश व्यापी लॉकडाउन को कई जोन में बांट दिया गया।
– कोरोना संक्रमित इलाकों को रेड, ऑरेंज जोन और ग्रीन जोन में बांट दिया गया ग्रीन जोन में कई तरह की छूट दी गई
– 29 अप्रैल 2020 तक गृह मंत्रालय ने राज्यों में आवाजाही के लिए नई गाइडलाइंस जारी कर दी।
– 4 मई 2020 से 17 मई 2020 तक की अवधि के लिए लॉकडाउन को 14 दिनों के एक फिर बढ़ाया गया।
– 1 मई 2020 को श्रमिक स्पेशल विशेष ट्रेनें शुरू की गईं, साथ ही 7 मई से विदेशों में फंसे भारतीयों के लिए वंदे भारत मिशन शुरू किया गया।
– 13 मई 2020 को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 20 लाख करोड़ के दूसरे बड़े वित्त पैकेज की घोषणा की।
– 15 मई 2020 को वित्त मंत्री ने तीसरे राहत पैकेज की घोषणा की, 16 मई को चौथे आर्थिक पैकेज की घोषणा की।
– 17 मई 2020 को लॉकडाउन 31 मई तक फिर बढ़ा दिया गया
– 1 जून 2020 से 30 जून 2020 के बीच सरकार अब अनलॉक की ओर बढ़ने लगी थी।
– अनलॉक वन में सरकार ने गाइडलाइन के साथ कई चीजें खोल दी थी। 1 जून से पूरे देश में कहीं भी लोग आने जाने के लिए स्वतंत्र हो गए
– अनलॉक-1 के तहत 8 जून से सभी धार्मिक स्थल, होटल, रेस्टोरेंट और शॉपिंग मॉल को कई रियायत दी गई।
– 11 जून 2020 तक देश में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा 3 लाख के कगार पहुंच गया था और 8 हजार लोगों की मौत हो चुकी थी।
– 25 जून 2020 को सीबीएसई ने शेष बची हुई सभी बोर्ड की परीक्षाओं को रद्द कर दिया था।
– जुलाई से देश में अनलॉक-2.0 की प्रक्रिया शुरू की गई। अब देश में लॉकडाउन सिर्फ रेड जोन में लगा था। कई इलाकों में रात 10 बजे से सबह 6 बजे तक नाइट कर्फ्यू लगा रहा
– अगस्त के महीने में अनलॉक 0.3 के तहत नाइट कर्फ्यू को भी हटा दिया
– सितंबर 2020 में केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से अनलॉक 4.0 के लिए गाइलाइंस जारी की गई।
– 16 जनवरी 2021 को भारत में टीकाकरण अभियान के पहले चरण की शुरुआत हुई थी।
– पहले चरण में हेल्थ वर्कर्स और कोरोना वॉरियर्स को वैक्सीन दी गई थी, 14 लाख लोगों को टीके की दूसरी डोज भी दी जा चुकी है।
– 1 मार्च 2021 से वैक्सीनेशन का दूसरा फेज शुरू हुआ. इस चरण में आम लोगों को वैक्सीन लग रही है।
– देश में नए केस में कमी आने ने बाद अब एक बार फिर कोरोना की दूसरी लहर आ गयी है।
– मार्च तक देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 1,16,86,796 हुई. जबकि 1,60,166 लोगों की मौत हो चुकी है।
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