रायपुर: देश की राजधानी दिल्ली में महीनों से संसद में पारित हुए तीन कृषि बिलों का विरोध केवल दो ही प्रदेश के समृद्ध किसान कर रहे हैं जबकि बाकी प्रदेश के किसान उक्त मुद्दे पर अभी तक अपनी प्रतिक्रिया नहीं दिये हैं। समृद्ध किसानों का समूह केवल कृषि बिलों का विरोध अपने आकाओं को खुश करने के लिए कर रहा है। छत्तीसगढ़ में किसानों से धान खरीदी करना प्रदेश सरकार का काम है न कि केंद्र का। राजस्थान में कांग्रेस की सरकार होने के बाद भी केंद्र सरकार पर अभी तक खरीदी किये जाने के मुद्दे पर कोई आरोप नहीं लगाया गया है
जबकि प्रदेश की बघेल सरकार बार-बार धान खरीदी के मुद्दे पर केंद्र सरकार पर गलत आरोप लगाती है उक्ताशय की जानकारी उच्च विश्रामगृह में आयोजित पत्रकार वार्ता में विश्व हिंदू संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रहलाद दामोदर मोदी ने कहीं। मोदी ने पत्रकारवार्ता में कहा कि कृषि बिलों का विरोध सिर्फ वहीं लोग कर रहे हैं जो किसानों को खुली मंडी में अपनी कृषि संपदा बेचने के अधिकार से वंचित करना चाहते हैं। बार-बार प्रधानमंत्री के बुलावे के बाद भी राष्ट्रीय संघों के नाम पर बने संगठन एमएसटी सहित अन्य मुद्दों पर चर्चा के नाम पर भाग रहे हैं जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र दामोदर दास मोदी किसानों को उनका हक दिलाने के लिए वचनबद्ध है।
विश्व स्तर पर आई कोरोना वायरस कोविड 19 महामारी का जिक्र करते हुए मोदी ने स्पष्ट किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाखों करोड़ों टन अनाज जरूरतमंदों को निशुल्क वितरित करवाया। छत्तीसगढ़ में निजी चिकित्सा संस्थानों द्वारा आपदा को अवसर में बदलने के मुद्दे पर आरएनएस प्रतिनिधि से प्रहलाद मोदी ने कहा कि ऐसी घटनाएं निंदनीय है
प्रदेश के मुख्यमंत्री को निजी चिकित्सा संस्थानों द्वारा कोरोना वायरस की चिकित्सा के दौरान अधिक वसूली की शिकायत मिलने पर विधिवत संज्ञान लेकर कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। वैक्सिनेशन के मुद्दे पर मोदी ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा कोरोना संक्रमण से बचने के लिए निशुल्क वैक्सिनेशन करवाया जा रहा है। उन्होंने स्वयं सिविल अस्पताल में जाकर कोरोना का वैक्सिनेशन लाइन में लगकर करवाया। निजी चिकित्सा संस्थानों में जिन्हें लाइन में लगकर वैक्सिनेशन नहीं करवाना है वे 250 रुपये की निर्धारित राशि का भुगतान कर वैक्सिनेशन करवा सकते हैं।
विश्व हिंदू महासंघ पुन: नेपाल को हिंदू राष्ट्र बनाने की कोशिश कर रहा है पड़ोसी देश पाकिस्तान में महिलाओं एवं युवतियों पर अत्याचार के मुद्दे पर पूछे गये सवाल पर उन्होंने मानव अधिकारों हनन पर संयुक्त राष्ट्र संघ को संज्ञान लेने की सलाह दी। साथ ही कहा कि प्रधानमंत्री के द्वारा सर्वधर्म शांति संदेश की स्थापना के लिए अनेक प्रयास किये जा रहे हैं।
प्रधानमंत्री मोदी विश्व में जिस प्रकार से भारत को आगे बढ़ाने के लिए पुरजोर कोशिश कर रहे हैं वैसी कोशिश आज तक भारत के किसी प्रधानमंत्री ने इतिहास में नहीं की। तीन दिवसीय प्रवास के दौरान प्रहलाद मोदी को धमतरी, कांकेर, नगरी, सिहावा, सनौद, गुंडरदेही आदि क्षेत्र के किसानों ने धान बिक्री के उपरांत भुगतान नहीं मिलने की शिकायत की। उन्होंने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से पत्रकारवार्ता के माध्यम से जानना चाहा है कि अगर सब कुछ ठीक है तो किसानों को धान उपार्जन केंद्रों से भुगतान नहीं मिलने की शिकायत क्यों है।
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