कांग्रेस से कसडोल विधायक और संसदीय सचिव शकुंतला साहू के जन्मदिन समारोह में सरकारी अधिकारी-कर्मचारियों की ड्यूटी लगाकर चर्चा में आए अधिकारी पर गाज गिर ही गई। पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग ने इसके लिए आज पलारी जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी (CEO) लखनलाल सोनवानी को निलंबित कर दिया है। सोनवानी पर पदीय कर्त्तव्यों के दुरुपयोग का आरोप है।
पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग की ओर से उप सचिव अशोक चौबे ने निलंबन आदेश जारी किया। उन्होंने लिखा है, जनपद पंचायत पलारी के पत्र से आदेश जारी कर संसदीय सचिव शकुंतला साहू के जन्मदिवस पर कार्यालय परिसर में आयोजित कार्यक्रम की व्यवस्था में अधिकारियों और कर्मचारियों को कार्य दायित्व सौंपा गया है। यह पदीय कर्त्तव्यों का दुरुपयोग है।
विभाग के पत्र के जरिए उप सचिव अशोक चौबे ने पलारी जनपद पंचायत के CEO लखनलाल सोनवानी को निलंबित कर दिया है। सोनवानी का मूल पद विस्तार विकास अधिकारी का है। निलंबन के बाद उन्हें जिला पंचायत CEO के कार्यालय से अटैच किया गया है। आदेश में बिना सक्षम अधिकारी से पूछे मुख्यालय नहीं छोड़ने को भी निर्देशित किया गया है।
टेंट-दरी की व्यवस्था में ड्यूटी
कसडोल विधायक और संसदीय सचिव शकुंतला साहू का रविवार को जन्मदिन था। इसके लिए क्षेत्र में कई जगह कार्यक्रम आयोजित हुए। ऐसा ही एक कार्यक्रम पलारी जनपद पंचायत के सभागार में होना था।
इसके लिए जनपद पंचायत CEO ने बकायदा आदेश निकालकर 35 कर्मचारियों-अधिकारियों की ड्यूटी लगा दी। इनको टेंट, दरी, बैठक व्यवस्था, मंच व्यवस्था, अतिथियों का स्वागत, जलपान, सेनिटाइजर, स्वच्छता, पार्किंग व्यवस्था के अलावा मंच संचालन तक की जिम्मेदारी सौंपी गई थी।
आदेश सार्वजनिक हुआ तो मचा बवाल
जनपद CEO का आदेश सामने आते ही बवाल मच गया। पूर्व शिक्षा मंत्री और भाजपा नेता केदार कश्यप ने इसे सोशल मीडिया पर डालकर कांग्रेस पर सरकारी तंत्र के दुरुपयोग का आरोप लगाया। विभिन्न कर्मचारी संगठनों ने भी इसपर आपत्ति की। विपक्ष ने इसे लेकर लगातार हमले किए। आलोचना होते देख बलौदा बाजार-भाटापारा कलेक्टर संजय जैन ने खुद हस्तक्षेप कर कार्यक्रम काे रद्द करवाया। उन्होंने जनपद CEO को कारण बताओ नोटिस भी जारी किया।
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