कांचीपुरम। कांची कामकोटि पीठ के वरिष्ठ पुजारी एवं शंकराचार्य जयेंद्र सरस्वती का 82 साल की उम्र में बुधवार को निधन हो गया। अस्पताल के सूत्रों ने बताया कि शंकराचार्य का निधन कॉर्डिएक अरेस्ट से हुआ। मीडिया रिपोर्टर्स के मुताबिक सांस लेने में परेशानी की शिकायत के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जयेंद्र सरस्वती को 1994 में कांची मठ का प्रमुख बनाया गया था। सन् 1983 में उन्होंने शंकर विजयेन्द्र सरस्वती को अपना उत्तराधिकारी घोषित किया था। बता दें कि कांची मठ कांचीपुरम में स्थापित एक हिन्दू मठ है। यह पांच पंचभूतस्थलों में से एक है। यह दक्षिण भारत के महत्त्वपूर्ण धार्मिक स्थलों में से एक है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी जयेंद्र सरस्वती के निधन पर दुख व्यक्त किया है। प्रधानमंत्री ने ट्वीट कर लिखा कि शंकराचार्य हमेशा हमारे दिल में जिंदा रहेगें. उन्होंने समाज के लिए काफी काम किया है. प्रधानमंत्री मोदी ने इस दौरान शंकराचार्य के साथ अपनी पुरानी तस्वीरें भी साझा कीं।
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