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कोरोना नया स्ट्रेनः यूरोप और मिडिल ईस्ट से अब तक 1469 यात्री आ चुके हैं भारत… इन शहरों में किया गया क्वारंटाइन…

नई दिल्ली. ब्रिटेन (Britain) में कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन (Coronavirus new Strain) पाए जाने के बाद पूरी दुनिया में हड़कंप मचा हुआ है. भारत (India) के कई राज्यों में कोरोना संक्रमण के नए मामले ब्रिटेन से आने वाले यात्रियों की वजह से मिल रहे हैं. भारत में कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन ज्यादा हावी न हो इसके लिए सरकार द्वारा अब तक आई फ्लाइट्स और यात्रियों का विवरण निकाला गया है, ताकि उन्हें क्वारंटाइन किया जाए.

आधिकारिक जानकारी के मुताबिक, 25 दिसंबर 2020 तक यूरोप और मध्य पूर्व देशों से भारत 17 फ्लाइट्स का संचालन हुआ है. इन फ्लाइट्स में अब तक 1469 लोग भारत आए हैं.



मुंबई में क्वारंटाइन किए गए 700 से ज्यादा लोग
आंकड़ों पर नजर डालें तो अब तक 762 लोगों को मुंबई में क्वारंटाइन किया गया है. जबकि अन्य 700 लोगों को देश के विभिन्न राज्यों में पृथ्कवास में रखा गया है. बता दें कि रविवार से अब तक 47 यात्री कोरोना से संक्रमित (Corona Positive) पाए गए हैं, जो ब्रिटेन से लौटे थे. हालांकि, अभी तक इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है, कि इन लोगों में ब्रिटेन में पाया गया नया स्ट्रेन है या नहीं.

महाराष्ट्र सरकार ने उठाए ठोस कदम
वहीं, कोरोना के नए स्ट्रेन के खतरे को देखते हुए महाराष्ट्र सरकार ने ठोस कदम उठाए हैं. इंग्लैंड से 25 नवंबर के बाद लौटने वाले यात्री निश्चित रूप से आरटी पीसीआर टेस्ट करवाए इसके लिए अभियान चलाया गया है. आंकड़ों के मुताबिक, अब तक 1122 लोगों को टेस्ट हो चुका है, जिसमें 16 लोग पॉजिटिव पाए जा चुके हैं. जो 16 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं उसमें नागपुर के 4, मुंबई के 3, ठाणे के 2 और नंदेड, अहमदनगर, औरंगाबाद, रायगढ़ के एक-एक नागरिक शामिल है.



यूरोप, पश्चिम एशिया, दक्षिण अफ्रीका से आने वाले यात्रियों के लिए एसओपी
महाराष्ट्र सरकार ने यूरोप, पश्चिम एशिया और दक्षिण अफ्रीका से आने वाले यात्रियों के लिए मानक संचालन प्रक्रिया जारी की है. सरकार द्वारा सोमवार को जारी परिपत्र के अनुसार, हवाईअड्डे के सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को बताया जाए कि उक्त जगहों से आने वाले प्रत्येक व्यक्ति को कोरोना वायरस के नये प्रकार के कैरियर के रूप में देखा जाए और उनसे उसी हिसाब से निपटा जाए. परिपत्र में कहा गया है कि इन देशों से आने वाले सभी यात्रियों को 14 दिन के सशुल्क संस्थागत पृथक-वास में रहना अनिवार्य है.

ब्रिटेन से कर्नाटक पहुंचे 2500 से ज्यादा लोग
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि 25 नवंबर से लेकर 22 दिसंबर के बीच कुल 2,500 लोग राज्य में आए हैं, उनका पता लगाने, उनकी सेहत पर नजर रखने तथा जांच करवाने के प्रयास किए जा रहे हैं. सुधाकर ने यह भी बताया कि नमूनों के आनुवांशिक अनुक्रमण की जांच रिपोर्ट भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान संस्थान (आईसीएमआर) भेजी जाएगी जो एक या दो दिन में उक्त जानकारी को सार्वजनिक करेगा.

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