रायपुर। छत्तीसगढ़ कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष भूपेश बघेल और उनके परिवार के सदस्यों के बैंक खाते अचानक सीज कर दिए गए थे। हालांकि आपत्ति के बाद खातों से पैसों के लेन-देन पर रोक हटा दी गई। बताया जा रहा है कि बघेल के कुरूदडीह जमीन विवाद के कारण खातों में लेन-देन पर रोक लगाई गई थी। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल के परिजनों के खिलाफ गृहग्राम कुरुदडीह में जमीन कब्जे की शिकायत की जांच चल रही है। करीब सालभर पहले इस आशय की शिकायत हुई थी। जांच अभी तक चल रही है और इसका कोई निष्कर्ष सामने नहीं आ पाया है।
इसी बीच यह जानकारी मिली है कि पाटन के ही जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक की शाखा जामगांव में श्री बघेल के साथ-साथ उनके पिता नंदकुमार बघेल और पुत्र चैतन्य का भी खाता है। तीनों खातों के संचालन पर रोक लगा दी गई थी। बैंक खातों के संचालन पर रोक के कारण राशि का आहरण नहीं कर पा रहे थे। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के पुत्र चैतन्य ने 21 फरवरी शाखा प्रबंधक को पत्र लिखकर बिना पूर्व सूचना के खाता संचालन पर रोक लगाने पर आपत्ति की। उन्होंने पूछा कि उक्त खातों पर किस कारण और किसके आदेश पर रोक लगाई गई है, इसकी जानकारी उपलब्ध कराई जाए। उन्होंने यह भी पूछा है कि खातों का रोक कब से लगाया गया था? चैतन्य के पत्र से हड़बड़ाए बैंक प्रबंधन ने आनन-फानन में तुरंत खाता संचालन की अनुमति दे दी। प्रदेश कांग्रेस के संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेष नितिन त्रिवेदी ने कहा कि बैंक प्रबंधन द्वारा बिना किसी कारण के खातों के संचालन पर रोक लगाया जाना अवैधानिक है। बहरहाल, बिना कोई कारण खातों पर रोक को लेकर राजनीति गरमाने की संभावना है।
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