रायपुर। नेताप्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव ने विधानसभा में आज अपने सरगुजा जिले में प्रस्तावित 4 बांधों के लिए आबंटित की गई राशि को खर्च नहीं किए जाने का मुद्दा उठाया। जल संसाधन एवं आयाकट मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने स्वीकार किया कि राशि कम खर्च हुई है। उन्होंने बताया कि एक साल में कई बार टेण्डर निरस्त होने के कारण यह राशि कम खर्च हुई है। उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास होगा कि जल्द से जल्दा राशि खर्च की जाए।
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टीएस सिंहदेव ने प्रश्रकाल में यह मामला उठाया। उन्होंने अपने मूल प्रश्र में मंत्री से जानना चाहा कि वर्ष 2016-17 से 2017-18 में मध्यम सिंचाई योजनाओं के बांधों व नहरों में नवीनीकरण, मरम्मत के लिये किन-किन योजनाओं में कितनी राशि स्वीकृत हुई है तथा उक्त अवधि में मध्यम व बड़े सिंचाई योजनाओं के संधारण हेतु कितनी राशि स्वीकृत हुई है। मंत्री श्री अग्रवाल ने दोनों प्रश्रों की विस्तृत जानकारी दी। नेताप्रतिपक्ष ने अपने पूरक प्रश्र में मंत्री से पूछा कि जिले में 4 बांधों के लिए जो राशि आबंटित की गई है उसमें से बहुत कम राशि अब तक खर्च हुई। इसका क्या कारण है। मंत्री श्री अग्रवाल कहा कि नेताप्रतिपक्ष की चिंता सही है।
उन्होंने कहा कि एक साल में वहां बार-बार कई टेण्डर निरस्त हुए है जिसके चलते राशि कम खर्च हो पायी है। मंत्री ने यह भी कहा कि हम पर्याप्त राशि खर्च हो इसके लिए प्रयास करेंगे। कांग्रेस सदस्य अमरजीत भगत ने कहा कि टेण्डर निरस्त क्यों हो रहे है। मंत्री ने कहा कि प्रदेश की बात करें तो सरगुजा जिले में सबसे ज्यादा विकट स्थिति है। उन्होंने कहा कि मैं वहां के जनप्रतिनिधियों से चाहूंता कि उन्हें भी मिलकर काम करना चाहिए ताकि टेण्डर निरस्त न हो।
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