प्रत्येक जिले में करीब एक हजार को सौंपी जाएगी जिम्मेदारी, चयन की प्रक्रिया शुरु
रायपुर। इस बार कांग्रेस सोशल मीडिया पर भाजपा को टक्कर देने की तैयारी कर रही है। छत्तीसगढ़ में अगर सोशल मीडिया की बात की जाए तो चुनावी वर्ष में कांग्रेस ने अपनी सक्रियता बढ़ा दी है। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं सहित अन्य नेता लगातार ट्वीटर सहित विभिन्न सोशल साइट पर अपनी बात रख रहे हैं। पीसीसी चीफ भी लगातार सरकार को घेरने के लिए ट्वीटर का उपयोग कर रहे हैं। अब इस कड़ी में एक और बात जुडऩे वाली है। सोशल मीडिया पर कब्जा जमाने के लिए पार्टी प्रत्येक जिले में करीब एक हजार लोगों का चयन करेगी, जो सोशल मीडिया पर एक्टिव रहेंगे और पार्टी की बात लोगों के सामने रखेंगे। इसके अलावा दूसरी पार्टियों द्वारा किए जा रहे पोस्ट का जबाव भी देंगे।
प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया के आने के बाद बूथ स्तर पर कमेटियों का गठन किया जा रहा है, किसकी कमान खुद पुनिया ने संभाल रखी है। बूथ पर बैठने के लिए करीब 4 से 5 लोगों की टीम बनाई जा रही है, जो चुनाव के वक्त अपनी-अपनी जबावदारी के हिसाब से काम करेगी। बूथ के लिए गठित कमेटी में से ही किसी को सोशल मीडिया की जबावदारी सौंपी जाएगी इसकी तैयारी की जा रही है। जिसको काम सौंपा जाएगा वह बूथ या इलाके से जुड़ी समस्या को प्रदेश मुख्यालय के ग्रुप में पोस्ट करेगा। इसके बाद राजधानी (रायपुर) में नियुक्त की गई टीम उस समस्या का आंकलन करेगी और उसे बेहतर और आक्रामक बनाकर बूथ के सोशल मीडिया प्रभारी को भेजेगी। इस पोस्ट को बूथ प्रभारी अपने विभिन्न वाट्सग्रुप, फेसबुक सहित ट्वीटर एकाउंट पर पोस्ट करेगा। इस तरह का प्रयोग इसलिए किया जा रहा है, ताकि पार्टी की बात और सरकारी की नकामियों को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुँचाया जा सके। इससे आने वाले चुनाव में पार्टी का लाभ होगा, क्योंकि भाजपा ने सोशल मीडिया का इस्तेमाल करके अब देश में कई चुनाव जीते हैं, जहां कांग्रेस को इस कमजोरी का खामियाजा भुगतना पड़ा था। अब पार्टी उस गलती को नहीं दोहराना नहीं चाहती, इसलिए 2018 के चुनाव में सोशल माडिया में सबको कड़ी टक्कर देने अभी से तैयारी की जा रही है।
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