रायपुर. प्रदेश में अनियंत्रित होते कोरोना पर नियंत्रण पाने की सारी कवायद तो जारी हैं, मगर इलाज के पुख्ता बंदोबस्त भी जरूरी है। सिर्फ सैंपलिंग, टेस्टिंग, कांटेक्ट ट्रेसिंग, सर्वे और बेड की संख्या बढ़ने से काम नहीं चलने वाला, मैनपॉवर भी बढ़ाना जरूरी है। स्वास्थ्य विभाग ने राज्य सरकार के समक्ष कम पड़ते मैनपॉवर की बात रखी थी। यही वजह है कि सरकार ने अब 2100 रिक्त पदों पर सीधी भर्ती के आदेश जारी कर दिए हैं। ये नियमित पद हैं।
इनके अतिरिक्त 3449 पदों पर संविदा नियुक्ति होगी। वित्त विभाग ने इस पर मंजूरी दे दी है। चिकित्सा अधिकारी (डॉक्टर) के 300 और ग्रामीण चिकित्सा अधिकारी के 89 पद भरे जाएंगे। तो वहीं 911 स्टाफ नर्स की नियुक्तियां होंगी।
इन नियुक्तियों के लिए स्वास्थ्य विभाग जल्द सूचना जारी करेगा। विभागीय अधिकारियों ने बताया कि भर्ती की रूपरेखा तैयार कर ली गई है। किस जिले में कितने मैन पावर की आवश्यकता है, इसकी सूची बन चुकी है। अब जिलेवार भर्तियां की जाएंगी। हालांकि अभी इसकी संपूर्ण गाइड-लाइन आने में कुछ दिन लगेंगे। जिसमें योग्यता, अनुभव, वेतन का विस्तर से उल्लेख होगा।
ये पद भी भरे जाएंगे
मेडिकल लैब टेक्नोलॉजिस्ट 50, बहुउद्देश्यीय स्वास्थ्य कार्यकर्ता (पुरुष) 350, बहुउद्देश्यीय स्वास्थ्य कार्यकर्ता (महिला) 400
अस्थायी अस्पतालों और केयर सेंटर में पड़ेगी जरूरत
स्वास्थ्य विभाग, जिला प्रशासन और नगर निगम इंदौर स्टेडियम जैसे अन्य कोरोना केयर सेंटर बनाने जा रहे हैं। सरकारी अस्पतालों में जैसे-तैसे डॉक्टर, बसों की व्यवस्था हो जा रही है। मगर इन सेंटर में स्टाफ कहां से लाएंगे, यह सवाल था। मगर, संकट से गुजर रहे स्वास्थ्य विभाग के लिए सीधे भर्ती की मंजूरी मिली राहत की बड़ी खबर है।
Add Comment