कोरोना संकट की वजह से देश में लॉकडाउन 1.0 के बाद केंद्र सरकार ने महिलाओं के जनधन खातों में तीन महीने तक 500-500 रुपये नकदी डालने का ऐलान किया था. पहली किस्त अप्रैल में, दूसरी किस्त मई में और अब तीसरी किस्त डाल जा रही है. जिसकी शुरुआत 5 जून हो गई है.
दरअसल, कोरोना वायरस संकट के समय में गरीबों को सीधी मदद पहुंचाने के उद्देश्य से सरकार ने 26 मार्च को महिलाओं के जनधन खातों में अप्रैल से तीन महीने तक 500 रुपये प्रति माह अनुग्रह राशि डालने की घोषणा की थी.
तीसरी किस्त की शुरुआत 5 जून से हो गई है और 10 जून तक पैसे डाले जाएंगे. महिला जनधन खातों में यह आखिरी किस्त पांच चरणों में डाली जाएगी. लाभार्थी बैंक ब्रांच में जाकर या फिर एटीएम से अपने पैसे निकाल पाएंगे.
सरकार ने महिला धाताधारकों से अपील है कि हड़बड़ी में एक साथ पैसे निकालने के लिए बैंक नहीं पहुंचे. पैसे निकालने के दौरान या फिर एटीएम पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें. भीड़ से बचने के उद्देश्य से ही सरकार 5 चरणों में मदद की राशि बैंक खातों में डाल रही है.
नियम के मुताबिक जिन महिला जनधन खाताधारकों के अकाउंट नंबर का अंतिम अंक 0 या 1 है, उनके खाते में पैसा 5 जून को पहुंच गया होगा. जिन अकाउंट नंबर के अंत में 2 या 3 है, उनके खाते में 6 जून को पैसे डाले गए.
वहीं जिन लाभार्थियों के जनधन खाता नंबर के आखिर में 4 या 5 है, उनके खाते में 8 जून को पैसे पहुंच जाएंगे. जबकि जिनके अकाउंट के आखिरी नंबर 6 या 7 है, वे 9 जून को बैंक से निकासी कर सकते हैं. आखिरी में 10 जून को उन महिलाओं के जनधन खाते में पैसे डाले जाएंगे, जिनके अकाउंट नंबर के आखिर में 8 या 9 है.
कोरोना महामारी के बीच गरीबों के लिए जनधन बैंक खाता मददगार साबित हो रहा है. लॉकडाउन के दौरान गरीबों को अपना घर चलाने में आर्थिक परेशानी नहीं हो. इसलिए ये पैसे भेजे जा रहे हैं. अगर अभी तक आपने जनधन खाता नहीं खुलवाया है तो नजदीकी सरकार या निजी बैंक में जाकर जीरो बैलेंस पर यह खाता खुलवा सकते हैं.
गौरतलब है कि देश में लॉकडाउन के बाद वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा था कि गरीब महिलाओं के जनधन खातों में हर महीने 500 रुपये डाले जाएंगे. कुल जनधन खातों में 53 फीसदी महिलाओं के नाम है. देश में इस समय 38.57 करोड़ लोगों के पास जनधन अकाउंट हैं. जिसमें से करीब 20.05 करोड़ महिलाओं के नाम पर जनधन खाते हैं.
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