कोलकाता/भुवनेश्वर/नई दिल्ली. पश्चिम बंगाल (West Bengal) में बुधवार को 190 किमी प्रति घंटे की रफ्तार वाले विकराल चक्रवात अम्फान (Super Cyclone Amphan) के कारण भारी तबाही हुई और कम से कम तीन लोगों की मौत हो गई. अधिकारियों ने यह जानकारी दी.
चक्रवात (Cyclone) दोपहर में करीब ढाई बजे पश्चिम बंगाल में दीघा (Digha) और बांग्लादेश (Bangladesh) में हटिया द्वीप के बीच तट पर पहुंचा. चक्रवात के कारण तटीय क्षेत्रों में भारी तबाही हुई. चक्रवात की वजह से बड़ी संख्या में पेड़ और बिजली के खंभे उखड़ गए वहीं कच्चे मकानों को भी खासा नुकसान हुआ.
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (CM Mamata Banerjee) राज्य सचिवालय में बनाए गए अम्फान कंट्रोल रूम में पहुंची हैं. सीएम बनर्जी ने कहा है कि राज्य में वर्तमान हालात को देखते हुए वास्तविक मौतों का आंकड़ा बता पाना मुश्किल है, लेकिन मुझे खबर मिली है अब तक 10-12 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं.
शाम 7 बजे तक की रिपोर्ट के मुताबिक अम्फान तूफान में पश्चिम बंगाल के उत्तरी 24 परगना में 5500 घरों को नुकसान पहुंचा है, जबकि दो लोगों की मौत हो गई है और दो गंभीर रूप से घायल हैं.
अधिकारियों के अनुसार चक्रवात आने से पहले पश्चिम बंगाल और ओडिशा में कम से कम 6.58 लाख लोगों को निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया था. मौसम विभाग के अनुसार पश्चिम बंगाल तट पर पहुचने के समय चक्रवात के केंद्र के पास हवा की गति 160-170 किमी प्रति घंटे थी. एक अधिकारी ने बताया कि हावड़ा और उत्तरी 24 परगना जिले में पेड़ उखड़ने से दो महिलाओं की मौत हो गई.
राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के महानिदेशक एसएन प्रधान ने नयी दिल्ली में कहा कि ओडिशा में 20 टीमों को तैनात कर दिया गया है जबकि पश्चिम बंगाल में 19 टीमों को तैनात किया गया है. उन्होंने कहा कि ओडिशा में एनडीआरएफ की टीमों ने सड़कों को साफ करने का अभियान शुरू कर दिया है.
वहीं पश्चिम बंगाल में तैनात टीमें लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा रही है. उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में करीब पांच लाख लोगों को और ओडिशा में करीब 1.58 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है.
टीवी फुटेज में दीघा तट पर समुद्र की काफी ऊंची लहरें दिख रही हैं. भारी बारिश के कारण कई स्थानों पर पानी भर गया वहीं कच्चे मकान गिर गए या क्षतिग्रस्त हो गए.
भारतीय मौसम विभाग के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने प्रधान के साथ मीडिया को संयुक्त रूप से संबोधित किया. उन्होंने कहा कि उत्तरी 24 परगना और पूर्वी मिदनापुर जिलों में 160-170 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल रही थीं. हवाओं की गति बढ़कर 185 किमी प्रति घंटे तक हो सकती है. उन्होंने कहा कि चक्रवात का सबसे घातक हिस्सा तट पर पहुंचा गया है जिससे तीनों जिलों में भारी बारिश हुई. तूफान के केंद्र का व्यास 30 किमी का था.
अत्यधिक भीषण चक्रवाती तूफान ‘अम्फान’ बुधवार को भारतीय तटों की ओर तेजी से आगे बढ़ा जिसके कारण तटीय ओडिशा और पश्चिम बंगाल में बारिश शुरू हो गई, कई मकान ढह गए और चार लाख से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाना पड़ा.
तेज बारिश और तूफानी हवाओं के साथ अगले चार घंटे में यह चक्रवात और भीषण हो जाएगा. मौसम विभाग के मुताबिक चक्रवात के आगमन के समय इसकी रफ्तार 160-170 किलोमीटर प्रति घंटा थी. आगे इसकी रफ्तार 190 किलोमीटर प्रति घंटा पहुंचने की आशंका है.
कोलकाता में उत्तरी और दक्षिणी 24 परगना तथा पूर्वी मिदनापुर से आने वाली खबरों में कहा गया है कि खपरैल मकानों के ऊपरी हिस्से तेज हवाओं में उड़ गए. बिजली के खंभे टूट गए या उखड गए. भारी बारिश के कारण कोलकाता के निचले इलाकों में सड़कों और घरों में पानी जमा हो गया. महापात्र ने बताया कि चक्रवात देर शाम तक कोलकाता पहुंच जाएगा और 110-120 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलेंगी.चक्रवात के कारण ओडिशा के पुरी, खुर्दा, जगतसिंहपुर, कटक, केंद्रपाड़ा, जाजपुर, गंजम, भद्रक और बालासोर जिलों के कई इलाकों में तेज बारिश हुई.
महापात्र ने कहा कि चक्रवात बुधवार देर रात तक ओडिशा से आगे बढ़ जाएगा लेकिन उस समय तक खड़ी फ़सलों, पेड़ों और बुनियादी ढांचे को बड़े पैमाने पर नुकसान होगा. उन्होंने कहा कि उत्तरी और दक्षिणी 24 परगना और पूर्वी मिदनापुर जिलों में पांच मीटर तक का ज्वार उठ सकता है जो 15 किलोमीटर के दायरे में आने वाले क्षेत्रों को जलमग्न कर सकता है.
पश्चिम बंगाल में कल तक तेज हवाएं और बारिश के जारी रहने का अनुमान है. असम और मेघालय में भी बहुत भारी बारिश होने का अनुमान है. पश्चिम बंगाल में नदिया और मुर्शिदाबाद पार करने के बाद देर रात तक चक्रवाती तूफान के कमजोर होने की उम्मीद है. बाद में इसके कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है.
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