रायपुर जिला पंचायत की पूर्व सदस्य श्रीमती संतोषी पप्पू बंजारे ने महिला दिवस के अवसर पर कहा कि अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस वह दिन है जो विशेष रूप से महिलाओं के लिए समर्पित है ताकि हम उनके द्वारा सभी के लिए जबरदस्त प्रयासों की प्रशंसा कर सकें। हर किसी के जीवन में एक महिला की उपस्थिति बहुत जरुरी होती है। इस दुनिया में महिलाओं के बिना जीवन संभव नहीं है।
प्रत्येक लड़की जिसका जन्म होता है उसे विरासत में महिला की विशेषताएं मिलती है। महिलाओं में देखभाल, स्नेह, और अंतहीन प्यार करने की विशेष भावनाएं शामिल होती हैं। श्रीमती बंजारे ने आगे बताया कि हम महिलाओं को महिला होने की ख़ुशी होनी चाहिए। मुझे अपने जीवन में कई बार ऐसा देखने को मिला है कि केवल हम ही हैं जिन्हें बलिदान करना पड़ता है या हमसे जुड़े हुए अन्य लोगों के लिए अपनी भावनाओं और सपनों को छोडऩा पड़ता है लेकिन यह सिर्फ परमेश्वर की शक्ति का परिणाम है।
ईश्वर ने स्त्री को अत्यंत स्नेह के प्रतीक के रूप में बनाया है जो न केवल अपने लिए सही जीवन का नेतृत्व करती हैं बल्कि दूसरों के लिए भी सशक्त रूप से मजबूत आधार बनती है।
यही कारण है जिससे हम कह सकते हैं की दिन के 24 घंटे का समय भी महिलाओं के कामों की सराहना या पहचानने के लिए बहुत कम हैं। इस दिन को उस दिन के रूप में निर्दिष्ट किया गया है जो किसी महिला के सामाजिक, आर्थिक, सांस्कृतिक, राजनीतिक और व्यक्तिगत उपलब्धियों को पहचाना जाता है।
हम में से हर एक अपनी कमजोरियों को जानने और उन पर काबू पाने के सर्वोत्तम प्रयासों के साथ काम करने के लिए बहुत आश्वस्त है। यह देख कर बहुत अच्छा लगता है कि टॉप 100 महिला उद्यमियो, टॉप 20 महिला सीईओ, एनजीओ की अगुवाई वाली महिला इत्यादि उच्च मान्यता पदों पर महिलाओं की श्रेणियां गिनी जा रही है। महिलाओं की पहचान और कामकाजी शैली बड़ी ऊंचाइयों तक पहुंच रही हैं। उन्होंने आगे बताया कि हमें अपने सभी प्रयासों को जारी रखना चाहिए। पुरुषों के मुकाबले महिलाएं किसी भी रूप में कम नहीं है। यह सिर्फ हमारी मानसिकता है और हमारी मानसिकता बदलते ही हमारा ध्यान हमारे अपने कार्यों पर केंद्रित हो जाता है।
यह भी देखें :
Add Comment